नेपाल हिंसा: प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा, कई मंत्रियों ने भी छोड़ा पद



नई दिल्ली : आखिरकार नेपाल में प्रधानमंत्री की गद्दी सोशल मीडिया पर बैन से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन की भेंट चढ़ गई। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश में हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनज़र अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया। इस बीच लगातार दूसरे दिन युवाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।
 
प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू घाटी और अन्य जिलों में नेताओं और मंत्रियों के आवासों को निशाना बनाया। प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और कई जगहों पर संपत्ति में आग लगा दी। ललितपुर के सुनाकोठी में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग का घर प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।
 
वहीं उप-प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बिष्णु पौडेल के भैंसेपाटी स्थित आवास पर भी पत्थरबाजी हुई। इसके साथ ही पूर्व गृहमंत्री रमेश लेखक के घर और नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर विश्व पौडेल के आवास पर भी हमला किया गया। प्रदर्शनकारी पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के बूढानीलकंठ स्थित घर को आग के हवाले कर दिया गया।
 
वहीं विपक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' के खुमलटार स्थित आवास पर भी पथराव हुआ। बहरहाल, कर्फ्यू के आदेश के बावजूद, युवाओं ने मंगलवार को न्यू बानेश्वर, कलंकी चौक और घाटी के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन जारी रखा। कलंकी चौक में युवाओं ने टायर जलाए और सोमवार की हिंसा में मारे गए लोगों के लिए जवाबदेही की मांग की।
 
इस बीच, सोमवार शाम को गृहमंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मंगलवार को नेपाली कांग्रेस के नेता और कृषि एवं पशुपालन मंत्री रामनाथ अधिकारी ने भी पद छोड़ दिया। उन्होंने सरकार के 'तानाशाही रवैये' का हवाला दिया। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदीप पौडेल ने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार में बने रहने का कोई मतलब नहीं है। दूसरी ओर जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने भी इस्तीफा दे दिया है।