नमस्ते योजना ने सफाई कर्मचारियों को सुरक्षित और सम्मानजनक प्रणाली से जोड़ा



नई दिल्ली : देशभर में स्वच्छता की अलख जगाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन को और मजबूत करने के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने वर्ष 2023 में नमस्ते योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई में लगे कर्मचारियों को सुरक्षित, मशीनी और सम्मानजनक कार्य प्रणाली से जोड़ना है।

योजना के तहत अगस्त 2025 तक देशभर में 84,902 सीवर और सेप्टिक टैंक सफाई कर्मचारियों (एसएसडब्ल्यू) को चिन्हित किया जा चुका है। इन कर्मचारियों को मशीनीकृत सफाई के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि सफाई कार्य के दौरान उनकी जान को कोई खतरा न हो।

इसी क्रम में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय और नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सहयोग से वेस्ट पिकर एन्यूमरेशन ऐप लॉन्च किया गया। इस ऐप की शुरुआत 5 जून 2025, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की गई थी, जिसके तहत 2.5 लाख कचरा बीनने वालों की प्रोफाइल तैयार की जा रही है। यह पहल इन लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।

नमस्ते योजना के तहत सफाईकर्मियों की समस्याओं के त्वरित समाधान पर भी काम हो रहा है। अब तक देशभर के राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सेप्टिक टैंक कर्मियों को 45,871 व्यक्तिगत सुरक्षा किट और आपातकालीन सफाई के लिए 354 विशेष सुरक्षा किट वितरित की जा चुकी हैं।

गौरतलब है कि सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान कर्मचारियों को खतरनाक रासायनिक कचरे और जहरीली गैसों का सामना करना पड़ता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं और कई बार मौत तक हो जाती है।

नमस्ते योजना इन जोखिमों को खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम है, जिसमें मशीनों के ज़रिये सफाई कार्य करवा कर मानव जीवन को खतरे से बचाया जा रहा है।