यूपीएचसी हरजिंदरनगर से यूविन एप के जरिये टीकाकरण हुआ शुरू



  • गर्भवती को यूविन एप के जरिये टीका लगा कर प्रमाण पत्र किया जारी
  • 449 टीकाकरण सत्रों पर गर्भवती और पांच साल तक के बच्चों को लगे टीके
  • दूसरे टीका की तारीख के लिये अभिभावक के मोबाइल पर आएगा अलर्ट मैसेज

कानपुर - जनपद में टीकाकरण सत्र पर गर्भवती और बच्चे का नियमित टीकाकरण भारत सरकार के यूविन एप के जरिये सिर्फ मोबाइल नंबर और पहचान पत्र (आईडी) की मदद से टीकाकरण की शुरुआत हो गयी है । जनपद में बुधवार को सबसे पहले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) हरजिंदरनगर में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ दीपमाला द्वारा गर्भवती को यूविन एप के जरिये टीका लगा कर प्रमाण पत्र जारी करने के बाद नियमित टीकाकरण सत्र को एप के जरिये शुरू किया गया । इसके लिये जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने उनकी सराहना भी की। इस एप की एक विशेषता यह भी है कि एक बार पंजीकरण के बाद टीका लग गया तो अगले टीके के लिए लाभार्थी के मोबाइल पर कई बार संदेश जाएगा ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन ने बताया कि जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूबी सिंह , उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राजेश्वर सिंह, सहयोगी संस्था यूएनडीपी, यूनीसेफ व डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों की टीम इस एप पर जिले के सभी टीकाकरण सत्र को शुरू करने के लिए जुटी हुई है । उन्होंने बताया की 13 मार्च को जनपद में कुल 449 सत्रों को एप के जरिये संचालित किया गया ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूबी सिंह ने बताया कि नयी व्यवस्था के तहत लाभार्थी को सिर्फ एक मोबाइल और कोई एक पहचान पत्र देकर पंजीकरण करवाना है । कोविड टीकाकरण के समय जितने पहचान पत्र मान्य थे, वह सभी यूविन एप पर भी मान्य होंगे । जिन बच्चों को टीके की कुछ डोज लगी हैं उन्हें बाकी डोज भी एप की मदद से ही लगाए जाएंगे । नयी व्यवस्था से लाभार्थी परिवार बच्चे के टीकाकरण संबंधी प्रमाण पत्र को खुद डाउनलोड कर प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना जैसी योजनाओं का लाभ उठा सकेगा । साथ ही बताया की शाम चार बजे तक कुल 100 गर्भवती महिलाओं को टीके लगाये गए। इसके साथ ही एक वर्ष से काम के कुल 200 और एक वर्ष से अधिक कुल 60 बच्चों का टीकाकरण किया गया।

देश के किसी भी कोने में लग जाएगा टीका : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आरएनटीडीओ डॉ बीएस चंदेल ने बताया कि एप पर पंजीकरण करवाने वाले लाभार्थी अगर किसी अन्य प्रदेश में चले जाते हैं तो वहां भी आईडी और मोबाइल नंबर के जरिये उनके टीकाकरण का विवरण पता चल जाएगा और शेष टीके वह दूसरे प्रदेशों में भी लगवा सकते हैं । उन्होंने बताया कि गर्भवती को दो बार टीडी का टीका लगाया जाता है, जबकि बच्चों के लिए जन्म से पांच वर्ष के भीतर सात बार टीकाकरण आवश्यक है । इससे तेरह प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचाव होता है ।

गर्भवती को दिया गया प्रमाण पत्र : शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरजिंदरनगर में 24 वर्षीय गर्भवती अंजलि सिन्हा को टीडी का पहला टीका लगाया गया । एएनएम अनीता द्वारा टीका लगाने के बाद यूविन एप से उन्हें प्रमाण पत्र भी जारी किया गया । अंजलि सिन्हा ने बताया कि चार हफ्ते बाद दूसरा टीका लगवाने के लिए कहा गया है । उन्हें बताया गया है कि दूसरे टीके के लिए भी उनके पास संदेश जाएगा । उन्हें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा ।

कोविन पर पंजीकरण है तो होगी आसानी : शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) हरजिंदरनगर की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ दीपमाला ने बताया की जिन लोगों ने कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कर कोविड टीकाकरण करवाया था उन्हें सिर्फ मोबाइल नंबर या आईडी दिखाना पड़ेगा और उनका पूरा विवरण यूविन एप पर आ जाएगा । इस विवरण में गर्भावस्था या फिर बच्चे के जन्म आदि को अपडेट कराना होगा और फिर नियमित टीकाकरण की सुविधा इस एप के जरिये प्राप्त कर सकेंगे । टीके के लिए स्लॉट बुकिंग की सुविधा भी इसके जरिये प्राप्त हो सकेगी।