ग्राम प्रधानों ने ली बाल विवाह को समाप्त करने की शपथ



जरवल (बहराइच) । स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग एवं उम्मीद परियोजना के संयुक्त प्रयास से  जरवल ब्लॉक में सभी प्रधानों के साथ बाल विवाह के विरुद्ध अभियान पर अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उम्मीद परियोजना को मोबियस फाउंडेशन के सहयोग से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया तथा सेव अ मदर के द्वारा जरवल ब्लॉक में क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन संबंधी जागरूकता एवं स्वीकार्यता को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश सिंह,अपर विकास अधिकारी ने की और सभी उपस्थित प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी प्रधान के संयुक्त प्रयास से निश्चित रूप से बहराइच को बाल विवाह से मुक्त बनाने में सफलता प्राप्त होगी और बाल विवाह के विरुद्ध आवाज घर घर पहुंचेगी। वहाँ उपस्थित ग्राम प्रधानों ने भी बताया कि इसके लिए उन्होंने अपने गाँव में बाल विवाह से सम्बन्धित दीवार लेखन कराना शुरू कर दिया है।

कार्यक्रम के अंतर्गत सभी प्रधानों ने बाल विवाह के विरुद्ध अभियान हेतु शपथ लिया और इससे सम्बन्धित पाँच पोस्टर का अनावरण भी किया गया।

मोबियस फाउंडेशन के राज्य प्रतिनिधि  प्रभात कुमार ने बताया कि प्रत्येक राजस्व गाँव में ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति (वी.एच.एस.एन.सी.) होती है जिसमें प्रधान अध्यक्ष होते है, इस समिति की भूमिका ग्राम स्तर पर सामुदायिक हित में कार्य करना है, इसी परिप्रेक्ष्य में वी.एच.एस.एन.सी. के द्वारा गाँव स्तर पर दीवार लेखन, जन-जागरूकता कार्यक्रम आदि भी किये जा सकते है,जिससे बाल विवाह के विरुद्ध अभियान को घर घर तक पहुँचाया जा सके।

सेविका मौर्या, संरक्षण अधिकारी,महिला एवं बाल कल्याण विभाग,बहराइच ने बताया कि बाल विवाह को रोकने के लिए बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 है, इसके अंतर्गत दण्ड का प्रावधान भी है, इस अधिनियम के अंतर्गत 21 वर्ष से कम आयु का लड़का और 18 वर्ष से कम आयु की लड़की के विवाह को बाल-विवाह के रुप में परिभाषित किया गया है। यदि कहीं पर बाल विवाह हो रहा हो, तो इसके लिए हेल्पलाइन नम्बर 112 तथा 1098 पर सूचना दी जा सकती है।अधिनियम का उद्देश्य बाल विवाह की रोकथाम, बाल विवाह में शामिल बच्चों की सुरक्षा और अपराधियों पर मुकदमा चलाना है।

इस अभिमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से अभियान के विषय में ;बाल विवाह होने के किशोरी एवं बच्चे पर इसका दुष्प्रभाव, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति का गठन एवं बाल विवाह को रोकने में इसकी भूमिका, ग्राम स्तरीय गतिविधियाँ एवं जन-जागरूकता हेतु किये जाने वाले पहल आदि पर चर्चा की गयी। अभियान में जरवल ब्लॉक में विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों के अतिरिक्त स्कूल आधारित गतिविधियाँ भी आयोजित की जा रही है। इस अभियान को सफल  बनाने में पंचायत की भूमिका बहुत ही अहम है। बैठक करने का उददेश्य बाल विवाह के विरुद्ध अभियान पर  ग्राम प्रधान के सहयोग से सभी गाँवो में दीवार लेखन, समुदाय के साथ बैठक, सेल्फी, वीडियों संदेश आदि के माध्यम से जन जागरूकता कार्य किया जाना है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से  अपर विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, आजीविका मिशन से  जितेन्द्र सिंह एवं शैलेन्द्र यादव, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया से बलबीर सिंह, अभिषेक पाठक एवं सेव अ मदर से बिंदु और अवधेश की उपस्थिति रही।