मेडिटेशन मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक



लखनऊ - आज नेशनल पीजी कॉलेज, लखनऊ में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सिफ्सा के संयुक्त तत्वाधान में 25 पियर एजुकेटर को ट्रेनिंग देने के लिए एक दिवसीय पियर एजुकेटर ट्रेनिंग रखी गई जिसमें मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल विकास प्रोग्राम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया। डॉ अर्चना सिंह ने पियर एजुकेटर को मानसिक स्वास्थ्य और लाइफ स्किल डेवलपमेंट संबंधित प्रोजेक्ट के उद्देश्य के बारे में बताया और मानसिक स्वास्थ्य संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की और कहा की महाविद्यालय में अगर कोई छात्र या छात्रा मानसिक अवसाद से ग्रसित है तो उसको चिन्हित करें जिससे उसकी समस्या का समाधान कराया जा सके। डॉ रीना श्रीवास्तव ने बढ़ती उम्र के साथ जीवन में आने वाली चुनौतियां को बिना अवसाद में आए स्वीकार करते हुए सुखद और सफल जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। तदोपरांत विभिन्न केस स्टडी को लेकर पियर  एजुकेटर को समूह में बांटा गया । और संबंधित केस को हल करने को कहा गया।  छात्रों को समूह में बांटने के बाद मानसिक समस्याओं से संबंधित कई विषय जैसे मादक द्रव्य सेवन ,लैंगिक समानता, संचार कौशल  मानसिक स्वास्थ्य, एवं हॉबीज जैसे विषय दिए गए।

इस दौरान बच्चों ने पोस्टर बनाकर अपने विचारों को व्यक्त किया। प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक बीमारी के लक्षण भावनाओं, विचारों और व्यवहारों को प्रभावित कर सकते हैं।वही करें जो आपके शरीर के लिए अच्छा हो - वह आपके दिमाग के लिए भी अच्छा होगा।  शारीरिक व्यायाम हमें अच्छा महसूस करने और तनाव से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। जब हम शारीरिक रूप से मजबूत और फिट होते हैं तो हमें कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए शारीरिक और मानसिक ऊर्जा मिलती है। मन की गतिशीलता को रोकने के लिए ध्यान करें। पूर्ण और रचनात्मक जीवन को जीने की क्षमता और जीवन की अनिवार्य चुनौतियों से निपटने  की कुशलता का विकास करें और अगर कोई भी छात्र अवसाद से ग्रसित दिखता है तो उसकी मदद करें। अंत में सभी पियर एजुकेटर को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।