रामलला नगर के साथ देश भर में अक्षत वितरण प्रारंभ



  • ट्रस्ट महासचिव सम्पत राय ने साधु संतो के साथ  कई घरो में किया अक्षत वितरण

अयोध्या। रामलला नगर अयोध्या की बाल्मीकि बस्ती से अक्षत वितरण का शुभारंभ हो गया है । इसी के साथ पूरे देश में समारोह पूर्वक अक्षत वितरण अभियान की शुरुआत हो गयी है।

श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने साधु-संतों के साथ कई घरों में जाकर पूजित अक्षत,पत्रक और नवीन मंदिर का  फोटो देकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद दर्शन के लिए आमंत्रित किया और कहा कि अपने स्थान को अयोध्या की तरह सजाएं। इसी के साथ पूरे देश में अक्षत वितरण प्रारंभ हो गया। नारे लग रहे हैं -’समर्पण लेने आए थे, निमंत्रण देने भी आएंगे। हर मंदिर को राम मंदिर,हर मोहल्ला अयोध्या बनाएंगे। घर घर अक्षत अभियान का प्रारंभ शहर कोतवाल मत गजेन्द्र मंदिर से हुआ। महामंत्री चम्पत राय और साधु संतों ने राम लक्ष्मण सीता भरत शत्रुघ्न के स्वरूपों की आरती उतारी और अक्षत कलश को विग्रह से स्पर्श कराया। महामंत्री ने कहा प्रभु श्री राम के आगमन पर पूरे देश को साफ-सुथरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। अतएव चौदह जनवरी से इस काम में जुट जाएं। महंत वैदेही बल्लभ शरण,जय राम दास, महानगर कार्यवाह देवेन्द्र, सूरज, राहुल ओम भास्कर, अवधेश, विश्व हिन्दू परिषद के दिलीप, विभाग संगठन मंत्री मोहित,नगर संयोजक श्री कांत आदि ने  चम्पत राय के साथ तुलसी नगर की वाल्मीकि बस्ती में घर घर जाकर अक्षत दिया। साथ में कीर्तन मंडली और ढोल-ताशे भी थे । दिल्ली में बौद्ध मंदिर से अभियान की शुरुआत हुई। यहां विभाग संघचालक की अगुवाई में नार्थ एवेन्यू की बस्ती में अक्षत बांटा। झंडे वालान विभाग के कार्यक्रम में  शिव मंदिर से शुरू हुए कार्यक्रम में अशोक सचदेवा के नेतृत्व में करीब सौ घरों में अक्षत बांटा गया। वाल्मीकि आश्रम में महामंडलेश्वर कृष्ण शाह विद्यार्थी, हरिओम गिरि, आचार्य लोकेश मुनि भंत राहुल संघ प्रिय गौतम, साध्वी दीप्ति आदि ने अक्षत वितरण किया। उत्तराखंड के हरिद्वार में कनखल में कार्यक्रम हुआ। दक्षेश्वर महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर वीरेंद्र गिरि की अगुवाई में विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक तिवारी, प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार, संत समिति के महामंत्री जितेन्द्रानन्द सरस्वती आदि की उपस्थिति में बताया गया कि प्रदेश के सोलह हजार गांवों तक अक्षत पहुंचाया जाएगा।