एनसीसी के अधिकारियों व छात्रों को टीबी मुक्त भारत के लिए किया जागरूक



  • राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित
  • हम टीबी के खिलाफ जंग में जनपद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ – लेफ्टिनेंट एसके सिंह

कानपुर - क्षय रोग (टीबी) के उन्मूलन के लिए समुदाय को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को चुन्नीगंज स्थित बीएनएसडी इंटर कॉलेज के नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्र छात्राओं के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टीबी पर एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया। इसका आयोजन जिलाधिकारी विशाख जी के निर्देशन व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आरपीमिश्रा, जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) राजीव सक्सेना ने एनसीसी के अधिकारियों और छात्रों को टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करने का आग्रह किया।

एनसीसी के लेफ्टिनेंट एसके सिंह ने आश्वस्त किया कि वह टीबी के खिलाफ जंग में जनपद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ हैं। एनसीसी के समस्त कैडेट समुदाय में लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरूक करेंगे। प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये हमने टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे में बहुत कुछ सुना है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी विजन है कि वर्ष 2025 तक देश टीबी मुक्त हो जाए। इसके लिए हम सबको एक साथ टीबी के खिलाफ आवाज उठानी होगी। स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि लगातार दो हफ्ते या उससे अधिक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम व कभी कभी खून आना, रात में पसीना आना, भूख न लगना और वजन में लगातार गिरावट टीबी हो सकती है। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क करें।

जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ आरपी मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं। विभागीय अधिकारी व कर्मचारी के साथ ही अन्य स्टेकहोल्डर्स, निजी चिकित्सक, मेडिकल स्टोर आदि इसकी रोकथाम के लिए जुटे हुये हैं। ऐसे में आम जनमानस की भी ज़िम्मेदारी बनती है कि वह इन बीमारियों से बचाव के लिए सतर्क व जागरूक रहें। इस दौरान एनसीसी के अधिकारियों को ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’, ‘जन जन को जगाना है टीबी को भागना है’, ‘टीबी से बचाव करें और अपनों का ख्याल करें’ आदि जन जागरूकता के संदेश दिये गए।

डीपीसी राजीव सक्सेना ने बताया कि क्षय रोग से संबन्धित सभी प्रकार की जांच, दवाएं सभी सरकारी चिकित्सालयों में मौजूद हैं। निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी के नए मरीज को उपचार के दौरान 500 रुपये प्रति माह अच्छे पोषण के लिए सरकार द्वारा दिये जा रहे हैं। निजी चिकित्सालयों में भी जिन टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है, उन को भी 500 रुपये सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति नए क्षय रोगी की प्रथम सूचना देता है तो उसे भी सरकार द्वारा 500 रुपये प्रदान किए जाते हैं।

इस मौके पर प्रधानाचार्य अमर सिंह चौहान, लेफ्टिनेंट एसके सिंह, लेफ्टिनेंट उमेश प्रताप, लेफ्टिनेंट सुरेंद्र कुमार, लेफ्टिनेंट अखिलेश यादव एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।