राज्यपाल के हाथों ‘अयोध्या : एक सुखद यात्रा’ पुस्तक का विमोचन



  • पुस्तक में अयोध्या के पौराणिक स्थलों के साथ अन्य जानकारी समाहित
  • टूरिस्ट गाइड का कार्य करेगी अयोध्याः एक सुखद यात्राः प्रो. प्रतिभा गोयल

अयोध्या (आरएनएस)। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में तीर्थ यात्रियों तथा पर्यटकों की यात्रा को सुरुचिपूर्ण तथा सुगम बनाने के लिए ‘‘अयोध्याः एक सुखद यात्रा” नाम से टूरिस्ट गाइड पुस्तक का विमोचन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल के कर कमलों द्वारा बुधवार को अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह में किया गया। विवि की कुलपति प्रो.प्रतिभा गोयल द्वारा रचित इस पुस्तक में अयोध्या की पौराणिक महत्ता के साथ यहाँ के मंदिरों, घाटों, कुण्डों, अखाड़ों, दर्शनीय स्थलों, उद्यानों, भोजन, निवास स्थानों, यातायात की सुविधाओं के साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को समाहित किया गया है। कुलपति के इस प्रयास की सराहना करते हुए राज्यपाल ने इस पुस्तक की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम सभी के आराध्य है। कुलपति प्रो.प्रतिभा द्वारा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक दायित्वों के निवर्हन के साथ लोगों को अयोध्या के पौराणिक स्थलों एवं महत्व से परिचित कराने के उद्देश्य से ‘‘अयोध्याः एक सुखद यात्रा” पुस्तक की जो रचना की है वह निश्चित ही एक टूरिस्ट गाइड का काम करेगी।  विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने बताया कि बचपन से ही रामचरित मानस के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम का चरित्र हमारा आदर्श रहा। अयोध्या में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर सेवा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि पिता प्रेम भूषण गोयल जी ने प्रेरणा दी कि अयोध्या आने वाले यात्रियों की सहायता के लिए विस्तृत जानकारी को संक्षिप्त और सरल भाषा में तुम्हें लिखना चाहिए। लगभग छः महीनों तक यहाँ के भव्य मंदिरों, घाटों, कुण्डों, परिक्रमाओं, उद्यानों, ऐतिहासिक स्थलों एवं स्मारकों का भ्रमण किया जिसमें डॉ. देशराज उपाध्याय, जो इतिहास एवं पुरातत्व के ज्ञाता है। अयोध्या क्षेत्र के धार्मिक, आध्यात्मिक एवं पौराणिक परिवेश से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने इस पुस्तक पूर्ण करने में सहायता की।

कुलपति ने बताया कि श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या भारतीय संस्कृति, धर्म, दर्शन, कला, साहित्य तथा आध्यात्म का प्राचीनतम केन्द्र है। प्रत्येक भारतीय, जिसकी आत्मा राममय है, यहाँ की यात्रा करना प्रारम्भ से ही उसका स्वप्न रहा है। ऐसे यात्रियों की यात्रा को सुखद बनाने के लिये चिरकाल से एक ऐसी पुस्तक की कमी का अनुभव किया जा रहा था, जिसमें इस नगर के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी एक ही स्थान पर प्राप्त हो सके। कोशल पब्लिकेशंस द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘‘अयोध्याः एक सुखद यात्रा”  इस कमी को पूरा करती है। पर्यटन स्थलों सुरम्य उद्यानों, होटल, रेस्टोरेंट, व्यंजन, यातायात के साधनों तथा अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिये यह पुस्तक सागर को गागर में समेटे हुए है। यह सचित्र पुस्तक अयोध्या की चित्रमय एल्बम ही नहीं अपितु इसका गजेटियर अथवा लघु इनसाइक्लोपीडिया है।

कुलपति ने राज्यपाल आनन्दी बेन के प्रति आभार प्रकट करते हुए अयोध्या विषयक महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान करने के लिए महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, महन्त श्रीरामदास, ब्रिगेडियर रंजीव के. सिंह, नगर आयुक्त विशाल सिंह एवं सुप्रसिद्ध लेखक डॉ. यतीन्द्र मिश्र का हार्दिक धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने डॉ. सरिता सिंह, राजीव त्रिपाठी, गिरीश चन्द्र पन्त, सुरेन्द्र प्रसाद, अक्षत अग्रहरि, सुबोध ममगाई, आजाद सिंह, राजीव पाठक, धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय को भी सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।