अविवि के वालंटियर्स दीपोत्सव में विश्व रिकार्ड बनाने को तैयार



  • 25 हजार वालंटियर्स 24 लाख दीए प्रज्ज्वलित कर बनायेंगे विश्व कीर्तिमान
  • कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के कुशल प्रबंधन में 51 घाटों पर सजे दीये
  • विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा दीयों की गणना जारी

अयोध्या । डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के कुशल प्रबंधन में प्रान्तीयकृत दीपोत्सव में वालंटियर्स के सहयोग से 24 लाख से अधिक दीयों को प्रज्ज्वलित करने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। दोपहर में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा 51 घाटों के दीए की गणना पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक व गणना वालंटियर की मौजूदगी में शुरू हुई। विवि की कुलपति प्रो गोयल द्वारा प्रान्तीयकृत दीपात्सव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप पदाधिकारियों को यथा आवश्यक निर्देश प्रदान किया गया।

विश्वविद्यालय आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी दीपोत्सव को लेकर अति उत्साहित है। सभी के सहयोग से पुनः विश्व कीर्तिमान बनायेंगे। विवि प्रशासन द्वारा वालंटियर्स एवं पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। दीये में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर सरसों की बोतल दी जायेगी। सावधानीपूर्वक 30 दीए में डालेंगे। इनके द्वारा दीये का ऊपरी हिस्सा कुछ खाली रखा जायेगा। तेल घाट पर न गिरे इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा। वालंटियर्स द्वारा 1 लीटर तेल की बोतल खाली होने के पश्चात पुनः उसी गत्ते में वापस सुरक्षित रखी जायेगी। दीये में तेल डालने के पश्चात बाती के आगे वाले भाग पर कपूर का पाउडर लगाएंगे जिससे वालंटियर्स को दीये प्रज्ज्वलित करने में आसानी होगी। प्रत्येक घाट पर दीयों को प्रज्ज्वलित करने के लिए कैंडल, माचिस, डंडे लगे कैंडल तथा अन्य सामग्री घाट के अनुसार निर्धारित दीयों की संख्या के अनुपात में एक ही बार में समन्वयको को उपलब्ध करा दी जायेगी। दीयों को प्रज्वलित करने वाले स्वयंसेवक, समन्वयक सूती कपड़ों में, जो ढीले न हो, में ही घाटों पर उपस्थित रहेंगे और प्रज्वलित करते समय अपना व दूसरों का भी ध्यान रखेंगे।

विवि प्रशासन दीपोत्सव की तैयारियों को 51 घाटों पर 24 लाख से अधिक दीयों को सजाने के कार्य को अंतिम रूप दे दिया गया। इसकी तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय ने 12 पर्यवेक्षक, 95 घाट प्रभारी, 1000 व 60 के करीब गणना वालंटियर्स बनाये है। इनकी निगरानी में दीपोत्सव में 24 लाख से अधिक दीये प्रज्ज्वलित होंगे। दीपोत्सव की भव्यता के लिए घाट संख्या दस पर फाइन आर्ट्स की शिक्षिकाओं की देखरेख में रामायणकालीन प्रसंग राम दरबार को दीए से सजाया गया है जो अपने में छठा बिखेर रही है। इसके अलावा वालंटियर्स द्वारा 25 हजार से अधिक 16 गुणे 16 दीए का ब्लाक बनाया गया है। जिसमें 256 दीए सजाये गये है। जिनमें एक वालंटियर्स द्वारा 85 से 90 दीए प्रज्ज्वलित किए जायेंगे।
        
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि 11 नवम्बर दीपोत्सव अद्भुत, आलौकिक होगा। कुलपति के दिशा-निर्देशन में घाटों पर दीए सुसज्जित किए जाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिला प्रशासन के सहयोग से कार्य को अंतिम रूप दिया गया है। 51 घाटों पर दीयों की सुरक्षा पुलिस प्रशासन व विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों द्वारा की जा रही है। शनिवार को दीपोत्सव के दिन प्रातः 10 बजे से पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक व गणना वालंटियर्स की देखरेख में 24 लाख से अधिक दीए में तेल डालने, बाती लगाने व देर शाम शासन द्वारा नियत समय पर दीए प्रज्जवलित किए जायेंगे। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा सभी घाटों के दीपों की गणना की जा रही है। विवि के मीडिया प्रभारी डॉ विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए समस्त वालंटियर्स को पदाधिकारियों द्वारा यथा आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर दिया गया है। सभी वालंटियर्स एवं पदाधिकारी दीपोत्सव पहचान-पत्र के साथ घाटों पर मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सभी वालंटियर्स को सूती परिधानों में रहने का आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किया गया है। राम की पैड़ी व चैधरी चरण सिंह के घाटों पर प्रो हिमांशु शेखर सिंह, प्रो चयन कुमार मिश्र, प्रो विनोद श्रीवास्तव, प्रो गंगा राम मिश्र, प्रो अनूप कुमार, डॉ पीके द्विवेदी, डॉ डीएन द्विवेदी, डॉ अंशुमान पाठक, डॉ राम जी सिंह, डॉ अंकित मिश्र, डॉ प्रत्याशा मिश्रा, डॉ प्रतिभा, डॉ प्रतिभा त्रिपाठी, डॉ सरिता द्विवेदी, डॉ अलका श्रीवास्तव,डॉ आरएन पाण्डेय, डॉ अनिल कुमार विश्वा, डॉ आशुतोष पाण्डेय, डॉ अश्वनी पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में विवि एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।