सुरक्षित स्वास्थ्य के लिए हुआ किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन



  • श्री हरिगोपाल इंटर कॉलेज में चिकित्सक ने दिए बेहतर स्वास्थ्य के टिप्स
  • एचआईवी एड्स होने के कारण एवं उससे बचाव के बारे में किया गया जागरूक

कानपुर - राष्ट्रीय बाल/ किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके/ आरकेएसके) के अंतर्गत जनपद के ब्लॉक बिधनू के सेन पश्चिम पारा स्थित श्री हरिगोपाल इंटर कॉलेज में मंगलवार को किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन किया गया। इस दौरान किशोरियों को पोषण आहार, माहवारी के समय साफ़ सफाई और किशोर उम्र में होने वाले बदलाव  पर चर्चा की गई| साथ ही किशोरियों के खून की जांच की गयी और रंगोली, वाद विवाद व अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश सिंह ने बताया कि पौष्टिक भोजन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहती है और ऐसे में कोई भी संक्रमण लगने का खतरा काफी कम हो जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से शरीर को लौह तत्व प्राप्त होते हैं, खासकर किशोरियों को अच्छी सेहत के लिए अधिक लौह तत्वों की आवश्यकता होती है।

आरबीएसके टीम के मेडिकल ऑफिसर डॉ राघवेंद्र ने किशोरियों को बताया कि खून की कमी आजकल  एक आम समस्या है| इसका मुख्य कारण उनका फ़ास्ट फ़ूड जैसे – बर्गर, पिज़्ज़ा का सेवन करना है| उन्होंने आयरन फोलिक एसिड दवा के बारे में जानकरी दी। उन्होंने बताया कि यह गोली हफ्ते में एक बार लेनी चाहिए, और इसका सेवन  खाना खाने के एक घंटा के बाद करें| इस गोली के सेवन से किशोरियों में होने वाली खून की कमी को रोका जा सकता है और वह स्वस्थ और पोषित रह सकती हैं ।

उपस्थित किशोरियों को संबोधित करते हुए एचआईवी काउंसलर इंदु गुप्ता ने किशोरियों को एचआईवी एड्स होने के कारण एवं उससे बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने अपने उद्बोधन में सभी युवाओं, किशोर किशोरियों को एचआईवी, एड्स के प्रति सजग रहने और उसके बचाव की जानकारी दी।उन्होंने कहा एचआईवी संक्रमण गंभीर खतरा है जो एड्स का कारण है। किशोरावस्था में एचआईवी से खुद को कैसे बचाया जाए और एचआईवी के बारे में बुनियादी जानकारी की कमी है। उन्होंने किशोर किशोरियों से स्वयं को संयम और सुरक्षा के तहत बचाए रखने की अपील की। साथ ही बताया कि संक्रमण के चरण के आधार पर एचआईवी और एड्स के लक्षण अलग-अलग होते हैं। इस तरह के लक्षण सामने आने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के किशोर स्वास्थ्य परामर्श केंद्र में जाकर काउंसलर से सलाह लेकर एचआईवी, एड्स से बचाव कर सकते हैं। उन्होंने मौके पर किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच भी की, जिसमें ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन आदि शामिल थे ।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापक राजा मोहन श्रीवास्तव सहित आरबीएसके टीम से डा. अमित और स्टाफ नर्स पूनम व शिक्षकों का सहयोग रहा।