राज्यपाल ने डीटीओ व गेल इंडिया लिमिटेड को किया सम्मानित



  • लखनऊ में मिला सम्मान, गेल इंडिया लिमिटेड ने 275 क्षय रोगियों को गोद लेकर दिया सामाजिक और भावनात्मक सहयोग
  • उत्तर प्रदेश से चयनित 10 निक्षय मित्रों की सूची में औरैया जनपद भी शामिल
  • निक्षय मित्र बनकर देश को टीबी मुक्त करने में दें योगदान - सीएमओ

लखनऊ - जनपद के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संत कुमार सहित निक्षय मित्र गेल इंडिया लिमिटेड के डॉ रामा श्रीनिवासन वेलमुरुगन, शशांक सक्सेना व नवीन कुमार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को लखनऊ में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया। समारोह में राज्यपाल ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र बनकर रोगियों की मदद में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले पूरे प्रदेश से चयनित कुल 10 निक्षय मित्रों सहित 10 जिला क्षय रोग अधिकारियों को सम्मानित किया। सभी को स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मान से नवाजा गया।गेलमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्मा ने सम्मानित होने वाले जिला क्षय रोग अधिकारी व क्षयरोग विभाग की पूरी टीम व निक्षय मित्र गेल इंडिया लिमिटेड को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि यह सभी लोग एवं संस्थाएं अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य करेंगी। उन्होंने जनपदवासियों से निक्षय मित्र बनकर टीबी के खिलाफ जंग को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह देश ने सम्मिलित प्रयासों से कोरोना के खिलाफ जंग जीती है, उसी प्रकार टीबी के खिलाफ जंग को जीतने के लिए प्रयास किया जाना आवश्यक है। हम निक्षय मित्र के रूप में टीबी रोगियों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संत कुमार का कहना है कि पिछले वर्ष आयोजित इस कार्यक्रम में भी जनपद औरैया ने सम्मान पाया था। पिछले वर्ष जहाँ निक्षय मित्र के तौर पर ज्वाइंट्स ग्रुप ऑफ़ औरैया ने सम्मान प्राप्त किया था, वहीँ दूसरी ओर इस वर्ष गेल इंडिया लिमिटेड ने यह सम्मान पाया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष गेल इंडिया ने 230 क्षयरोगियों को गोद लिया था। इस वर्ष 275 क्षयरोगियों को गोद लेकर हर माह पुष्टाहार उपलब्ध करवाया है । उन्होंने बताया कि यह सम्मान जिला क्षयरोग विभाग के सभी सदस्यों एवं सभी निक्षय मित्रों का सम्मान है, जो उन्होंने प्राप्त किया है। उन्होंने सभी के प्रति अपना आभार भी व्यक्त किया।

गेल इंडिया लिमिटेड के चीफ जनरल मैनेजर डॉ रामा श्रीनिवासन वेलमुरुगन का कहना है कि टीबी रोगियों की सहायता के लिए निःक्षय मित्र बनकर जो सम्मान प्राप्त हुआ है वह सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि जनपद को टीबी मुक्त करने के लिये गेल इंडिया हर संभव प्रयास कर रही है, किंतु इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जन सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अन्य लोगों से भी आग्रह किया कि इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। सभी के सम्मिलित प्रयासों से टीबी हारेगा और देश जीतेगा। उन्होंने कहा कि टीबी को जड़ से समाप्त किए जाने कि दिशा में बेहतर प्रयास हो रहे हैं, जिन्हें निरंतर जारी रखना होगा।

क्या है निक्षय मित्र योजना : एनटीईपी के पीपीएम समन्वयक रविभान सिंह बताते हैं की निक्षय मित्र योजना एक तरह से क्षय यानि टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई व्यक्ति भी टीबी के मरीज को गोद ले सकता है, ताकि वह उसका ठीक से इलाज करा सके। इस अभियान के तहत व्यवस्था की गई है कि निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था कम से कम  छ माह  और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। लोग सामाजिक दायित्व के तहत मरीजों के इलाज और खानपान का खर्च उठा सकेंगे। इस अभियान से जुड़ने के लिए आप निक्षय पोर्टल www.nikshay.in पर रजिस्टर कर सकते हैं।