शिक्षकों को दिए गए किशोर-किशोरियों की काउंसलिंग के टिप्स



  • विद्यालयों में साथिया कॉर्नर की स्थापना के लिए शिक्षकों को प्रबंधन के बारे में किया प्रशिक्षित

लखनऊ - प्रदेश के 18 मण्डल मुख्यालयों से चयनित दो-दो इन्टर कॉलेजों के शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनके मध्यम से विद्यालयों में पढने वाले किशोर-किशोरियों की काउंसलिंग का अभिनव प्रयोग किया जा रहा है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश, माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश एवं पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा संयुक्त रूप से संचालित चार दिवसीय आवासीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ में 22 से 25 अगस्त तक किया गया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ. अनीता जोशी और सह-अध्यक्षता अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा शिवानी सिंह ने की। प्रशिक्षण में 18 मण्डल मुख्यालयों के 33 विद्यालय से आये शिक्षकों ने प्रतिभाग किया, इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में साथिया कॉर्नर की स्थापना हेतु शिक्षकों को प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करना है।

कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमुख विषय के रूप में पोषण, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, शारीरिक चोट एवं लिंग आधारित हिंसा, नशावृत्ति, मानसिक स्वास्थ्य, असंक्रामक बीमारियाँ एवं इंटरनेट तथा सोशल मीडिया रहा। कार्यक्रम में महाप्रबन्धक आर.के.एस.के. डॉ. मनोज शुक्ल ने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश का एक अभिनवीकरण के रूप में प्रारम्भ किया जा रहा है, जिसके सीख को लेकर हम सभी आशान्वित हैं, भविष्य में यह कार्यक्रम किशोर-किशोरियों के लिए बहुत मददगार साबित होने वाला है।

उपस्थित प्रतिभागियों ने कहा कि यह कार्यक्रम किशोर-किशोरियों की जिज्ञासा एवं उनकी काउंसलिग सम्बन्धी आवश्यकता को पूरा करेगा। चार दिनों में बहुत ही महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त हुआ। उक्त प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में डॉ आनंद अग्रवाल, श्री इन्द्रजीत, डॉ आमीर, डॉ नीरू वर्मा, ज्ञानेश्वर, ए.के.त्रिपाठी के साथ ही पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया से शिल्पा नायर, अभिषेक पाठक, बलबीर सिंह एवं अमितोष त्रिपाठी उपस्थित रहे।