कटे होंठ व तालु के इलाज के लिए कराएं पंजीकरण, अभी 21 बच्चें चिंहित



  • सीएमओ कार्यालय में 5 अगस्त तक जारी रहेगा नि:शुल्क कैंप

बाराबंकी -  जनपद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) एवं स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से जन्म से कटे होंठ व  तालू वाले मरीजों के उपचार के लिए 5 अगस्त तक सीएमओ कार्यालय के कमरा संख्या-19 में सुबह 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक निःशुल्क पंजीकरण कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत अब तक जन्म से कटे होंठ व तालू वाले 21 बच्चों का सम्पूर्ण उपचार के लिए चिन्हित किया गया।

यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल डा डीके श्रीवास्तव ने बताया कि इस कैम्प के दौरान अभी 21 कटे होंठ व  तालू वाले बच्चों का पंजीकरण किया गया है।  इन बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन एवं सम्पूर्ण इलाज लखनऊ के हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्लास्टिक माइक्रोवस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग में किया जाएगा। उन्होने बताया कि जिले में यह कैंम्प आगामी 5 अगस्त तक लगाकर नि:शुल्क पंजीकरण लगा रहेगा । उन्होंने  जनपदवासियों से जन्मजात कटें होठ व कटें तालू वाले बच्चों का पंजीकरण कराने की अपील की है।

नोडल अधिकारी ने बताया स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डा. वैभव खन्ना हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सक्रिय भूमिका है। यह संस्था प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसमें हर आयु वर्ग के लोगों का इलाज पूर्णतया नि:शुल्क किया जाता है।प्रोजेक्ट के तहत डा वैभव खन्ना के द्वारा अब तक 13,000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। जन्मजात बीमारी होने के कारण माता-पिता शुरुआती दौर में नही समझ पाते। बीमारी का समय से उचित चिकित्सीय इलाज न मिलने पर सही होना मुश्किल हो जाता है।यह बात महत्वपूर्ण है कि बच्चों का समय से इलाज कराने पर जन्मजात विकृति पूर्णतया ठीक हो सकती है।

डाक्टर वैभव का कहना है कि गर्भावस्था में फोलिक एसिड और आयरन की कमी, गर्भावस्था के समय धुम्रपान करना, विलंब से गर्भावस्था की पहचान, उचित पोषण  आदि के कारण बच्चों में जन्मजात कटे होठ व तालू  हो सकते है। इसके लिए गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार बार जाँचे, कैल्शियम व आयरन फोलिक एसिड का सेवन करने से माँ व शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है । यह सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता पोषण दिवस पर निःशुल्क उपलब्ध है ।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डीईआईसी मैनेजर डा अवधेश सिंह आरबीएसके ने बताया कि जन्मजात कटे होठ व तालू की विकृति सर्जरी व अन्य उपचारों से पूरी तरह ठीक हो सकती है। इसके सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफेशियल व आर्थोग्नैतिक सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं का भी इस्तेमाल होता है। इस बात को प्रमुखता के साथ उल्लेखित किया गया कि बच्चों का सही समय पर इलाज कराने से यह जन्मजात विकृति पूर्णतः सही हो सकती है।

डीईआईसी मैनेजर ने बताया जन्म से कटे होठ एवं कटे तालू से ग्रसित मरीज़ो का सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क किया जाएगा। इसमें  निर्धन मरीज़ो को जाने के लिए किराया भी मिलेगा। उनका पंजीकरण कराने के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मो.नं - 9454159999 व  9565437056 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है।