आयुष्मान भारत योजना के तहत प्राइवेट अस्पताओं की सहभागिता बढ़ाने की अनूठी पहल



  • आयुष्मान भारत के तहत प्रयागराज में 90% से अधिक दावों का निपटारा किया गया : सीईओ साचीज संगीता सिंह
  • जनपद को जल्द ही मिलेंगे आरोग्य मित्र, और मजबूत होगी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली : सीएमओ

प्रयागराज - आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना केंद्र और राज्य की अनूठी एवं कल्याणकारी योजना है,  जिसके तहत  रोगी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। निजी अस्पताल बिना किसी जमा राशि के समाज के प्रति उत्कृष्ट समाज सेवा करने में सक्षम हैं। यह बातें स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी(सीईओ) संगीता सिंह ने सोमवार को यहाँ एक कार्यशाला में कहीं।

सीईओ ने कहा कि प्रयागराज बड़ी आबादी वाला जनपद है और यहाँ आस - पास के जिलों के लोग भी  इलाज के लिए आते हैं, जिसमें आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में मरीजों  का बेहतर इलाज किया जाता है। जनपद से किये गए मरीजों  के इलाज का भुगतान भी 90% तक अस्पतालों को किया जा चुका है जो कि हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि आम व्यक्ति जिसकी आर्थिक स्थिति कमजोर है ऐसे लोग उपचार से वंचित न रहें। इसके लिए सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों से आयुष्मान योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमें लक्षित परिवारों एवं सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाकर उन्हें इलाज की  सुविधा दी जा रही है जिसमें अहम् भूमिका जनपद के निजी अस्पतालों की है।

इस मौके पर संगीता सिंह ने बताया कि आयुष्मान योजना से जो भी अस्पताल जुड़े हैं और मरीजों  को स्वास्थ्य सुविधा दे रहे हैं वह स्वास्थ्य कार्यक्रम की  रीढ़ हैं और उनके सहयोग से इसे और बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने आयुष्मान योजना के तहत मरीज के भर्ती होने से  इलाज पूरा होने तक के सभी नियम कानून के बारे में बताया। उन्होंने मरीज के अस्पताल में आने से लेकर जाँच व  इलाज पूरा होने तक के सभी दस्तावेजों का पूरा विवरण उपचार पर्ची एवं फोटो सहित ही पोर्टल पर अपलोड करने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी तरह की समस्या आती है तो केस के दस्तावेजों  को दोबारा पूरा करना होगा ताकि भुगतान में बाधा न आये। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रकिया से किसी भी अस्पताल का भुगतान  बाधित नही होगा और समय से भुगतान किया जा सकेगा।

संगीता सिंह ने कहा कि सभी सूचीबद्ध अस्पताल अपनी विशेषज्ञता के आधार को आईईसी के माध्यम से जरुर दिखाएं  ताकि मरीज को किसी प्रकार की दुविधा न हो और साथ ही अपने अस्पताल में आयुष्मान योजना से जुड़ी  हर जानकारी को भी प्रसारित करें।

मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के अहम् मुद्दों में स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान भारत योजना को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके लिए  विशेष रूप से आयुष्मान भारत योजना पर जिला स्वास्थ्य समिति के समक्ष मासिक समीक्षा बैठक करेंगे ताकि अपेक्षा अनुरूप प्रगति मिले।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशु पाण्डेय ने कहा कि आज की कार्यशाला में कुछ ऐसे अस्पतालों ने भी प्रतिभाग किया है जो कि अभी तक आयुष्मान भारत योजना के तहत गैर सूचीबद्ध  हैं जो कि आगे इस योजना के तहत सूचीबद्ध होकर काम करेंगे जिसमें  कि सर्जन एवं फीनिक्स अस्पताल से आये डॉक्टर ने कार्यक्रम में ही सूचीबद्ध होने के लिए आगे आये हैं। इसी तरह सीईए के तहत पंजीकृत अस्पतालों को आगे आना चाहिए और सूचीबद्ध होना चाहिए।

डॉ पाण्डेय ने कहा कि जल्द ही जनपद को आरोग्य मित्र मिलेंगे जिसे स्वास्थ्य सेवाओं में और गुणवत्ता  पूर्ण सुविधा नागरिकों  को मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक जनपद के 134 गैर सरकारी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध हुए हैं जिसमे से कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने सुविधा देना बंद भी कर दिया है लेकिन उन सभी अस्पतालों से अपेक्षा यही है कि वह मरीजों  को स्वास्थ्य सेवा नियमित देते रहे हैं,  ताकि प्रयागराज की स्टेट पर बनी छवि  बरकरार रहे।

कार्यशाला के आखिरी में खुला सत्र आयोजित कर सवाल जवाब के माध्यम से अस्पतालों से आये प्रतिभागियों ने जिज्ञासा पूर्वक प्रतिभाग किया जिसमें  उनके द्वारा तकनीकी मुद्दों, स्वास्थ्य लाभ पैकेज और योजना संचालन के  सवालों के जवाब के साथ ही समस्या का हल भी जाना। कार्यशाला में जनपद के 72 प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर, संस्थापक  के साथ आयुष्मान भारत  योजन के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे ।