संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं स्कूल चलो अभियान का शुभारम्भ



बाराबंकी -  विशेष संचारी रोग नियंत्रण व जनपद स्तरीय स्कूल चलो अभियान रैली कार्यक्रम को आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए मुख्य अतिथि खाद्य एवं रसद विभाग के मंत्री सतीश चन्द्र शर्मा, सांसद उपेन्द्र सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत एवं एमएलसी अंगद कुमार सिंह द्वारा फीता काटकर शुभारम्भ किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री सतीश शर्मा ने अपने सम्बोधन मे कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण में दिमागी बुखार और कोविड 19  आदि को रोकने के लिये हम सभी को हर संभव प्रयास करना चाहिये, इसके लिये साफ-सफाई को अपनाये जाने के साथ ही जल जमाव नही होने देने के लिये कार्य करना चाहिये। हम सभी को अपने व अपने आस-पास की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिये। वहीं जिला स्तरीय स्कूल चलो अभियान रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि 2017 के पूर्व परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बहुत दयनीय थी, मुख्यमंत्री  ने अधिकारियों की टीम बनाकर कायाकल्प के माध्यम से विद्यालयों का सुधार कराया। नवीन शिक्षकों की भर्ती होने के बाद विद्यालयों में पठन-पाठन का माहौल उच्च स्तर का हो गया है।

सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं स्कूल चलो अभियान एक साथ संचालित करने का उद्देश्य यह संदेश देना है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, और स्वस्थ मन होने से शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।

मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक कार्यक्रम से जुडे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य किये जाने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि यह अत्यन्त ही महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील अभियान है इसके अलावा स्कूल चलो अभियान रैली को लेकर जिले के समस्त विद्यालयों को कायाकल्प कर विद्यालय के भौतिक वातावरण को आकर्षक बनाने का कार्य किया गया है।

एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में आज यानि एक अप्रैल विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान जनपदवासियों को वेक्टर जनित रोगों, जल जनित रोगों व लू आदि से बचाव व उपचार के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसी बीच 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान भी संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों की जांच के लिए अमूमन हर साल जांचें लक्षित रहती थी। जबकि अब इसकी क्षमता करीब दोगुनी दी गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में करीब 70 हजार 620, मरीज चिन्हित किए गए थे। नोडल अधिकारी ने बताया जो बीमारी एक मरीज से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में दूषित भोजन, जल या संपर्क या कीटनाशक या जानवर से फैलती है उसे संचारी रोग कहते हैं। इसमें प्रमुख रूप से डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार, चिकिनगुनिया, क्षय और कुष्ठ रोग आदि हैं। इन्हीं बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए विशेष संचारी रोग चल रहा है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग एक नोडल के रूप में कार्य कर रहा है जबकि अन्य विभागों को सहयोग करने की ज़िम्मेदारी दी गई है।

इस क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़ेल परिसर में अतिथियों ने गुब्बारे हवा में छोड़ते हुए स्कूल चलो अभियान एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के दौरान ने नवीन सत्र में प्रवेश की अपील का पोस्टर जारी किया। इसी उपरांत स्कूल चलो अभियान एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान रैली को अतिथियों ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली में छात्र, छात्राएं, जागरूकता स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर चल रहे थे।

कालाज़ार व फाइलेरिया पर रहेगा जोर : नोडल अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक फाइलेरिया और वर्ष 2023 के अंत तक कालाजार खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी क्रम में कालाज़ार से प्रभावित गांवों में शत-प्रतिशत आवासों को पक्का और बालू मक्खी प्रतिरोधी बनाया जाएगा। फाइलेरिया से प्रभावित गांवों में माइक्रोफाइलेरिया की दर शून्य के तय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक परीक्षण किया जाएगा। हाथी पांव या लिम्फेडेमा के रोगियों को स्व-देखभाल के लिए एमएमडीपी किट वितरित की जाएगी और हाइड्रोसील के शत-प्रतिशत रोगियों की सर्जरी सुनिश्चित की जाएगी।