प्रदेश के 64 हजार आयुष्मान भारत लाभार्थियों को मिला कैंसर का इलाज



  • साचीज की सीईओ ने कहा, प्रदेश सरकार योजना के अंधीन आने वाले किसी भी कैंसर रोगी को बेहतर से बेहतर इलाज देने के लिए कृतसंकल्प
  • सूचीबद्ध डाक्टरों की स्तन कैंसर पर हुई ट्रेनिंग, फेफड़े, लीवर, ओरल और रक्त कैंसर पर भी ओरिएंटेशन जल्द

लखनऊ  - आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत प्रदेश में अब तक 64 हजार लोगों के कैंसर का इलाज किया गया है। प्रदेश सरकार इस योजना के अंधीन आने वाले किसी भी कैंसर रोगी को बेहतर से बेहतर इलाज देने के लिए कृतसंकल्प है। यह कहना है स्टेट एजेंसी फार कम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) की सीईओ संगीता सिंह का। वह शुक्रवार को देर शाम कैंसर चिकित्सकों के क्षमता वर्द्धन सत्र में बोल रहीं थीं।

साचीज, एक्सेस हेल्थ और रोश इंडिया के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार, कैंसर के इलाज के मामले में उत्तर प्रदेश को देश का माडल राज्य बनाना चाहती है। इसके लिए लगातार काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि पैलिएटिव केयर एवं डागनोस्टिक को भी योजना के अंर्तगत जोड़ा जा रहा है।

सीईओ ने कहा कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है और आयुष्मान लाभार्थियों को बेहतर इलाज प्रदान कराना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों को यह प्रशिक्षण स्तन, फेफड़े, लीवर, ओरल और रक्त कैंसर पर दिया जाएगा। शुक्रवार का सत्र स्तन कैसर पर आधारित था। इस आनलाइन सेशन में अपोलो अस्पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ सौरभ मिश्रा ने बतौर एक्सपर्ट डाक्टरों को कई बारीक बातें बताईं।

इस सत्र का उद्देश्य जागरूकता, मानक उपचार दिशानिर्देशों का अनुपालन और आयुष्मान अस्पतालों के बीच सहयोगात्मक शिक्षा के माध्यम से कैंसर के इलाज के मानक को बढ़ाना था। इस सत्र में बीएचयू, गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज, बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक कालेज, प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज और सैफई मेडिकल कालेज के डाक्टर मौजूद थे।