जबलपुर हवाई अड्डे को स्थानीय कला और संस्कृति को प्रतिबिंबित करता और बढ़ी हुई क्षमता के साथ नया टर्मिनल भवन मिलेगा



नई दिल्ली - पर्यटन के आशाजनक विकल्पों के रूप में बढ़ते शहर जबलपुर के हवाई अड्डे पर यात्री यातायात में बढ़ोतरी देखी जा रही है। क्षेत्र के हवाई यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए जबलपुर हवाई अड्डे को अब अपग्रेड किया जा रहा है। हवाई अड्डे पर किए जा रहे उन्नयन कार्य में एबी-320 प्रकार के विमानों के संचालन को पूरा करने के लिए नए टर्मिनल भवन,एटीसी टॉवर,तकनीकी ब्लॉक,फायर स्टेशन श्रेणी श्रेणी VII ,अन्य भवनों का निर्माण और रनवे और इसस संबंधित कार्यों का विस्तार शामिल है। मध्य प्रदेश सरकार ने 2015 में एएआई को विकास कार्यों के लिए 483 एकड़ भूमि सौंपी थी जिसे मिलाकर कुल भूमि 774 एकड़ भूमि हो गई।

विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं से लैस इस नए टर्मिनल भवन में व्यस्त समय के दौरान 500 यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। 1,15,315 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैले इस टर्मिनल भवन में तीन एयरोब्रिज,उन्नत बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम,लैंडस्केप क्षेत्र में आधुनिक फूड कोर्ट और 300 से अधिक कारों और बसों के लिए सुनियोजित कार पार्किंग होगी। प्रस्तावित टर्मिनल भवन यात्रियों का स्वागत जीवंत गोंड पेंटिंग,स्थानीय हस्तशिल्प,भित्ति चित्र और मध्य प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की झलक के साथ करेगा।

नया भवन पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सामग्री से बनाया जाएगा और सौर संयंत्र एवं ऊर्जा कुशल उपकरणों से यह लैस होगा। इस हवाई अड्डे के उन्नयन परियोजना में एक कुशल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली,बागवानी उद्देश्यों के लिए उपचारित पानी का पुन: उपयोग की व्यवस्था और स्थायी शहरी जल निकासी प्रणाली के साथ वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसी कुछ अन्य हरित विशेषताएं शामिल हैं।

नए टर्मिनल भवन के निर्माण के अलावा,412 करोड़रुपये कीपरियोजना लागत वाले उन्नयन कार्य में हवाई अड्डे को एयरबस 320 प्रकार के विमानों के संचालन के उपयुक्त बनाने के लिए रनवे का विस्तार,28 मीटर ऊंचे नए एटीसी टॉवर का निर्माण और सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ तकनीकी ब्लॉक (जी+3), फायर स्टेशन ( श्रेणी VII ) और अन्य सहायक भवन जैसे उपयोगिता ब्लॉक,गेट हाउस आदि शामिल हैं। परियोजना के पूरा होने की संभावित तारीख दिसंबर 2022 है और नए टर्मिनल भवन के मार्च 2023 तक चालू होने की संभावना है।

जबलपुर का यह हवाई अड्डा कान्हा नेशनल पार्क,बांधवगढ़ नेशनल पार्क,भेड़ाघाट के पास संगमरमर की चट्टानों और झरनों जैसे पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र का प्रवेश द्वार है जो पूर्वी मध्य प्रदेश महाकौशल क्षेत्र के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण है। नया उन्नत जबलपुर हवाई अड्डा जबलपुर शहर के विकास और क्षेत्र में बढ़ते पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।