प्रधानमंत्री की मंशा है कि ग्राम पंचायतें देश के विकास की धुरी बनें: मुख्यमंत्री



  • मुख्यमंत्री ने लगभग 1100 करोड़ रु0 लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया
लखनऊ (एजेंसी) - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर आज जनपद जालौन के विकास खण्ड डकौर की ग्राम पंचायत ऐरी रमपुरा की ग्रामसभा की बैठक में सम्मिलित हुए। ग्राम सभा की बैठक की कार्यवाही ग्राम प्रधान ऐरी रमपुरा ओमकार पाल द्वारा प्रारंभ की गयी। इसमें पिछली बैठक की कार्यवाही का विवरण दिया गया। ग्राम सभा की बैठक में भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सभी ग्राम पंचायतों में सतत विकास के लक्ष्यों पर आधारित 9 थीमों-गरीबी मुक्त गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी गांव, पर्याप्त जलयुक्त गांव, स्वच्छ और हरा भरा गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव, महिला हितैषी गांव के आधार पर ग्राम का विकास कराए जाने का संकल्प लिया गया।
 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लगभग 1100 करोड़ रुपए की लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। लोकार्पित परियोजनाओं में 682 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से निर्मित 39 हजार तकनीकी उपकरणों से युक्त पंचायत सचिवालय, 306.72 करोड़ रुपए की लागत से पंचायतों में स्थापित 07 लाख 10 हजार एल0ई0डी0 लाइट, 90 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 2,000 सामुदायिक शौचालय तथा 33.60 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 16 जिला पंचायत रिर्सोस सेन्टर व प्रशिक्षण केन्द्र (डी0पी0आर0सी0) सम्मिलित हैं।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने राष्ट्रीय स्तर पर पंचायतों में ई-गवर्नेंस कार्यों हेतु उत्तर प्रदेश को प्राप्त तृतीय पुरस्कार सौंपा। मुख्यमंत्री ने भारत सरकार द्वारा पुरस्कार के लिए चयनित होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष जालौन से घनश्याम अनुरागी को पं0 दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार, ग्राम पंचायत रमपुरा, जालौन के प्रधान ओमकार पाल को बाल मैत्रिक ग्राम पंचायत पुरस्कार तथा ग्राम पंचायत कूड़ेपुरा कनार, जालौन के प्रधान  शिवदास गुप्ता को पं0 दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार प्रदान किया। इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जम्मू-कश्मीर के ग्राम पाली में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअली प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा है कि ग्राम पंचायतें देश के विकास की धुरी बने। प्रधानमंत्री जी की परिकल्पना के अनुरूप अब गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। गांवों में एल0ई0डी0 स्ट्रीट लाइट लगाने तथा ग्राम सचिवालय के निर्माण का कार्य हो रहा है। अब नगरीय क्षेत्र ही स्मार्ट नहीं होंगे बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में भी स्मार्ट विलेज की परिकल्पना को साकार करने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता। विकास के साथ जुड़ने की एक चाहत सबके मन में होनी चाहिए। ग्राम पंचायत ऐरी रमपुरा ने बेहतरीन कार्य किया है। इसी प्रकार प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतें भी अपने नियमित बैठकें कर अपने गांव को आदर्श गांव बनाने का प्रयास करें। वे भी प्रदेश और केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से जुड़ते हुए अलग-अलग पुरस्कार प्राप्त करने में सफल हों।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने ग्राम सभा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने ग्राम पंचायत ऐरी रमपुरा के पंचायत कार्यालय के सौन्दर्यीकरण का लोकार्पण तथा ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर का शिलान्यास किया गया। साथ ही, जनपद जालौन के 351 परिषदीय विद्यालयों में चहारदीवारी का लोकार्पण तथा 551 परिषदीय विद्यालयों के छत व फर्श मरम्मत का शिलान्यास किया। तत्पश्चात अन्नप्राशन व गोद भराई कार्यक्रम तथा बालिकाओं को पोषाहार वितरित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों का अन्नप्राशन कराया तथा बालिकाओं को पोषाहार भी प्रदान किया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।