जनपद के 14 हजार से ज्यादा लोगों को मिला आयुष्मान का आशीष



बाराबंकी - हर गरीब को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना लागू की गयी है। इस योजना के तहत जनपद में 14 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को करीब 17.68 करोड़ को नि:शुल्क इलाज किया गया।  इसके तहत अब तक 3.61 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किये जा चुके है।

यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं योजना के नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब तक जिला के एक लाख 49 हजार 485 परिवारों के 3 लाख 61 हजार 957 से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके है। इस योजना से आच्छादित परिवारों को प्रतिवर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था हैं। इसका लाभ उठाने के लिए योजना के पात्र व्यक्ति के पास गोल्डेन कार्ड होना जरूरी है।

नोडल अधिकारी ने बताया बताया कि सूचीबद्ध अस्पतालों में 5 लाख रूपए तक का मेडिकल उपचार मुफ्त मुहैया कराया जा रहा है। इसमें विभिन्न प्रकार की जांच, हॉस्पिटल में भर्ती एवं भर्ती रहने के दौरान सभी खर्चे, दवाइयां, आपरेशन आदि सम्मिलित हैं, यानि गोल्डन कार्डधारकों को बीमार पड़ने पर सिर्फ अपना गोल्डन कार्ड चिन्हित हॉस्पिटल में लेकर जाना होगा, वहां उसको इलाज के लिए कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा ।

सीएमओ डा राम जी वर्मा ने आयुष्मान योजना अंतर्गत आयुष्मान कार्ड के लिए चिन्हित परिवार से अपील कि वे अपना एवं अपने परिवार के सदस्यों का कार्ड जरूर बनवा लें। उन्होंने बताया इस योजना के अंतर्गत गंभीर बीमारियों जैसे ह्रदय रोग, किडनी रोग, घुटना प्रत्यारोपण, कैंसर एवं सर्जरी इत्यादि की सुविधा है। साथ ही अन्त्योदय कार्ड धारक व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिजनों को भी इस योजना का भी लाभ मिलेगा।

इन अस्पतालों में बनाए जा रहे गोल्डन कार्ड : स्थानीय जनपद में आयुष्मान योजना में शामिल किए गए चिकित्सालयों में जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, सीएचसी देवा, रामसनेहीघाट व निजी चिकित्सालय में-हिद मेडिकल कालेज, मेयो मेडिकल कालेज, आस्था हास्पिटल, आहुजा नर्सिग होम, जैन नर्सिंग होम, कृष्णा मैटरनिटी हॉस्पिटल, रामसनेहीघाट में आकांक्षा नर्सिंग होम, शांति पॉलिक्लिनिक, शेरवुड अस्पताल सहित कुल 34 अस्पताल हैं। गोल्डन कार्ड जनसेवा केंद्रों पर भी निश्शुल्क बनेंगे। जनसेवा केंद्र संचालकों के खातें में धनराशि कार्ड बनाने की भेजी जाएगी। किसी व्यक्ति को कोई धनराशि नहीं खर्च करनी है।