भारत अब रूस के साथ मिलकर बनाएगा नागरिक विमान, अमेरिका और यूरोप को झटका



नई दिल्ली। भारत और रूस मिलकर अब नागरिक विमान बनाने की ओर कदम बढ़ाएंगे। मंगलवार को इसकी शुरूआत हो गई है। मास्को में सरकारी स्वामित्व वाली एयरोस्पेस दिग्गज हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने रूस की यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (यूएसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के तहत घरेलू उपयोग के लिए रूसी डिज़ाइन वाला एक यात्री जेट विमान बनाया जाएगा। अभी तक नागरिक उड्डयन बाजार में यूरोप के एयरबस और अमेरिकी की बोइंग कंपनी का लगभग एकाधिकार है।

समझौते के तहत HAL को सुखोई सुपरजेट 100 या छोटी दूरी के मार्गों के लिए उपयुक्त दोहरे इंजन वाला क्षेत्रीय जेट SJ-100 को असेंबल करने का अधिकार किया गया है। SJ-100 की 200 से ज्यादा इकाइयां दुनिया भर में 16 ज्यादा एयरलाइनों द्वारा निर्मित और संचालित की जा चुकी हैं। अब यह भारत की उड़ान क्षेत्रीय संपर्क योजना को मजबूत करेगा। अनुमान है कि भारत को अगले दशक में क्षेत्रीय संपर्क के लिए 200 ऐसे जेट विमानों की जरूरत होगी।