श्रावस्ती। श्यामता प्रसाद महिला महाविद्यालय, श्रावस्ती में “अनुसंधान आधारित पर्यावरण प्रबंधन : चुनौतियां एवं संभावनाएं” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, पर्यावरण शिक्षा अवध प्रांत के सहयोग से महाविद्यालय के सभागार में संपन्न हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह, उप निदेशक इग्नू एवं संयोजक, पर्यावरण शिक्षा (अवध प्रांत) ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि पर्यावरण प्रबंधन के क्षेत्र में अनुसंधान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाए बिना सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. अमरपाल सिंह, सह-आचार्य, राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी एवं संयोजक, शोध आयाम (अवध प्रांत) रहे। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर शोध आधारित नीति निर्माण आवश्यक है, जिससे समाज और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित किया जा सके। विशिष्ट वक्ता श्री के. बी. पंत, सह संयोजक, पर्यावरण शिक्षा (अवध प्रांत) ने युवाओं की भूमिका पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण तभी संभव है जब नई पीढ़ी को इसके प्रति संवेदनशील बनाया जाए।
इस अवसर पर शिक्षाविद् डॉ. श्याम नारायण वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरणीय अनुसंधान को शिक्षा के सभी स्तरों से जोड़ा जाना चाहिए।
कार्यशाला में महाविद्यालय की प्राचार्या, प्राध्यापकगण, छात्राएँ तथा स्थानीय गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय महाविद्यालय की ओर से उत्साहपूर्वक किया गया। अंत में सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।