लखनऊ(नेशनल डेस्क) - भारत को एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र वैश्विक भू-स्थानिक सूचना प्रबंधन - यूएन-जीजीआईएम-एपी की क्षेत्रीय समिति का सह-अध्यक्ष चुना गया है। भारत तीन साल यानी 2028 तक समिति की सह-अध्यक्षता करेगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि सह-अध्यक्ष के रूप में भारत का चुनाव, वैश्विक भू-स्थानिक क्षेत्र में राष्ट्र के बढ़ते नेतृत्व और नवाचार, क्षमता निर्माण तथा क्षेत्रीय सहयोग में इसके योगदान को दर्शाता है।
यह चुनाव पिछले महीने की 24 से 26 तारीख तक कोरिया गणराज्य के गोयांग-सी में यूएन-जीजीआईएम-एपी की चौदहवीं पूर्ण बैठक के दौरान आयोजित किए गए थे, जिसकी मेजबानी नेशनल ज्योग्राफिक इन्फॉर्मेशन इंस्टीट्यूट ने की थी।
यूएन-जीजीआईएम-एपी वैश्विक भू-स्थानिक सूचना प्रबंधन पर संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञ समिति की पाँच क्षेत्रीय समितियों में से एक है। यह एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 56 देशों की राष्ट्रीय भू-स्थानिक सूचना एजेंसियों का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही यह सहयोग, क्षमता विकास और साझा समाधानों के माध्यम से भू-स्थानिक सूचना के आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय लाभों को बढ़ाने पर काम करता है।