मच्छरों पर वार को शुरू हुआ संचारी रोग नियंत्रण अभियान



  • सांसद सत्यदेव पचौरी ने हरी झंडी दिखा फॉगिंग वाहन काे किया रवाना
  • टीमें घर-घर जाकर लोगों को करेंगी जागरूक

कानपुर नगर  - संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर वेक्टर जनित बीमारियों के रोकथाम के लिए जागरुकता बढ़ाएगी। शनिवार को मां काशीराम संयुक्त चिकित्सालय व ट्रामा सेण्टर परिसर में सांसद सत्यदेव पचौरी ने फीता काटकर अभियान की शुरुआत कराई। संचारी रोग के नियंत्रण के लिए उन्होंने जन समुदाय को शपथ दिलाई। मच्छरों से बचाव के लिए सांसद ने हरी झंडी दिखाकर फॉगिंग वाहन को रवाना किया। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि सभी अपने घरों के आस-पास साफ सफाई रखें।

कार्यक्रम में फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य ब्लॉक कल्याणपुर निवासी, राम सनेही को सांसद ने एमएमडीपी किट वितरित की। इस दौरान राम सनेही ने बताया कैसे वह  फाइलेरिया की दवा का सेवन लगातार कर रहें हैं जिससे उन्हें काफी आराम है। उन्होंने कहा सभी लोग दवा का सेवन करें जिससे फाइलेरिया जैसी बीमारी कानपुर से ही नहीं पूरे प्रदेश से चली जाये।

सांसद ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता के कारण वेक्टरजनित रोग जैसी प्राणघातक बीमारियों में काफी कमी आई है। सरकारी विभागों द्वारा बीमारियों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाई जाने के लिए अभियान शुरू हुआ है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन ने बताया कि पूरे प्रदेश में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया गया है जो 31 अक्टूबर तक चलेगा। लोग घरों में साफ-सफाई रखें, जल जमाव न होने दें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि किसी को बुखार होता है तो तत्काल इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराएं।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व वीबीडी नोडल के नोडल अधिकारी डा. सुबोध प्रकाश ने कहा कि संचारी रोग अभियान को सफल बनाने के लिए जनपद के सभी नागरिकों का साथ चाहिए। 7 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। इसमें आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में बुखार रोगी, इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के रोगियों, टीबी रोगियों, कुपोषित बच्चों की सूची बनाएगी। साथ ही ऐसे स्थानों को चिह्नित कर सूची बनाएंगी, जहां मच्छरों के प्रजनन की संभावनाएं हैं। यही नहीं आशा अपने क्षेत्र में हर बीसवे घर में जागरूकता संबंधी स्टीकर चिपकाएंगी। साथ ही जिन घरों में संभावित रोगी है, उनके घरों के बाहर भी स्टीकर चिपकाने का काम होगा।

इस मौके पर एसीएमओ डा. एसके सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओपी गौतम , वीबीडी नोडल अधिकारी डॉ सुबोध प्रकाश, जिला मलेरिया अधिकारी , सहायक मलेरिया अधिकारी, अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ स्वदेश कुमार सहित पाथ , यूनिसेफ, एफएचाई और सीएफएआर के प्रतिनिधि व अन्य   स्टाफ मौजूद रहा।

कुपोषित भी होंगे चिन्हित : अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। फिर यह सूची एएनएम के जरिए ब्लाक मुख्यालय पर भेजी जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराता है।

अन्य विभाग भी करेंगे मदद : जिला मलेरिया अधिकारी एके सिंह ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग की सहभागिता रहेगी। सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। जहां भी मच्छर पनपने की संभावना होगी। वहां निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।