विश्व मच्छर दिवस पर मलेरिया मुक्ति का संकल्प



  • विश्व मच्छर दिवस पर सामुदायिक बैठकों और स्कूल गतिविधियों द्वारा चलाया जन जागरूकता अभियान

कानपुर नगर - स्वास्थ्य विभाग की तरफ से विश्व मच्छर दिवस (20 अगस्त) के अवसर पर मलेरिया प्रभावित इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया गया। भमौरा में बहजुईया मलेरिया विभाग, एम्बेड संस्था की तरफ से संयुक्त रूप से कार्यक्रम किया गया।

विश्व मच्छर दिवस के अवसर पर टीम द्वारा नगर  की 10 बस्तियों रतनपुर गाँव,परमियापुरवा,राजपुरवा,धर्मेंद्र नगर,जूही गढ़ा,रोटी गोदाम,गंगापुर गाँव,रेल बाजार,मकरॉबर्टगंज,कंघी मोहाल एवं सफीपुर में सघन रूप से लार्वा सर्वे,लार्वा विनष्टीकरण के साथ-साथ मच्छर जनित बीमारियों मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि पर नियंत्रण और इन बीमारियों के प्रति समुदाय में जागरूकता लाने के उद्देश्य से सामुदायिक बैठकें आयोजित कर विस्तृत जानकारी  दी गयी।

टीम ने इन्हीं बस्तियों के छात्रों से हर रविवार, मच्छर पर वार, लार्वा पर प्रहार स्लोगन दोहरवाया। उन्हें बताया कि अपने घरों एवं उसके आसपास जलभराव को रोककर, पानी के बर्तन, कूलर, टंकी, ड्रम आदि को नियमित रूप से हर तीसरे, चौथे दिन साफ करते रहें। घरों से टायर, टूटे-फूटे खिलौने/कबाड़ हटाकर तथा सफाई रखकर एवं नियमित रूप से मच्छरदानी का उपयोग करके डेंगू, चिकुनगुनिया एवं मलेरिया से बचाव कर सकते हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी एके सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में फैमिली हेल्थ इण्डिया द्वारा गोदरेज के सहयोग से संचालित एम्बेड परियोजना की टीम द्वारा नगर 200 बस्तियों में मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए व्यवहार परिवर्तन गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस दिवस का मुख्य मकसद लोगों को मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों और बचाव के प्रति जागरूक करना है। खासकर, बरसात के दिनों में मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है। इस मौसम में मच्छर के काटने से कई बीमारियां पनपती हैं। इनमें डेंगू, मलेरिया, जीका वायरस और चिकनगुनिया शामिल हैं। खासकर, डेंगू और मलेरिया से अधिक बचाव जरूरी है।

एम्बेड परियोजना जिला समन्वयक फैमिली सम्मान सिंह ने बताया कि बरसात का मौसम चल रहा है,इस मौसम में जगह जगह जलभराव के कारण मच्छर पनपते हैं,यदि  हम अपने घरों के अंदर एवं आस पास स्वच्छता रखें तो  बरसात में मच्छरों की पैदाइश को रोक सकते है।