मच्छर जनित बीमारियों से बचाव को बरतें खास सावधानी : सीएमओ



  • राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी बढाने पर गोष्ठी

लखनऊ - राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम में युवाओं की सहभागिता  बढ़ाने के उद्देश्य से जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में फेमिली हेल्थ इंडिया के एम्बेड परियोजना के सहयोग से यूथ इंगेजमेंट फॉर सिविक एक्शन प्रोजेक्ट विषय पर  सोमवार  गोष्ठी का आयोजन किया गया ।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने कहा - वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव तभी संभव है जब हम मच्छर जनित परिस्थितियां उत्पन्न न होने दें । एक चम्मच पानी में भी मच्छर पैदा हो सकते हैं । इसलिए हम अपने घर व आस - पास पानी न इकट्ठा होने दें । इसके साथ ही लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना जरूरी है कि बुखार आने पर खुद से  कोई इलाज न करें । निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं जहां पर बुखार की जांच और इलाज निःशुल्क उपलब्ध है ।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव   ने कहा कि - मच्छरों का पनपना तो हम नहीं रोक सकते हैं लेकिन हम ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न करें  जिससे मच्छरों का प्रजनन न हो पाए । मच्छरजनित बीमारियों का बचाव ही इलाज है और यह तभी संभव है जब लोगों के व्यवहार में परिवर्तन हो ।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि यदि किसी भी कार्यक्रम की प्लानिंग बेहतर होती है तो हमें आधी सफलता मिल जाती है | इसलिए यदि हम वेक्टर जनित रोगों से छुटकारा पाने के लिए सही प्लानिंग करें तो अपने उद्देश्य को पूरा कर लेंगे ।

एम्बेड (एलिमिनेशन ऑफ़ मोस्क्यूटो बॉर्न एंडेमिक डिजीज) परियोजना के जिला समन्वयक धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सिविक एक्शन  प्रोजेक्ट शहरी बस्तियों में चलाया जाएगा । जहां पर युवाओं का चुनाव कर उन्हें मच्छरजनित बीमारियों की परिस्थितियां न पैदा होने देने एवं डेंगू, मलेरिया से इलाज के बारे में  जानकारी दी जाएगी जो स्थानीय लोगों को जागरूक करेंगे ।  जब हम सप्ताह में एक बार कूलर की सफाई करते हैं तो हमें अंदर की दीवारों को खुरच खुरच कर साफ करना चाहिए,  ताकि मच्छर का कोई भी अंडा न रह जाए और कूलर को अच्छे से साफ कर व सुखाकर पुनः पानी भरना चाहिए । उन्होंने हर रविवार मच्छरों पर वार जैसे जागरूकता कार्यक्रम पर चर्चा की।

इस मौके पर  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, मलेरिया इकाई से विजय पाल वर्मा, अलीगंज क्षेत्र की बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता राय, मुख्य सेविका ममता बाजपेई, ऋचा श्रीवास्तव, सुनीता सिंह, अनीता सिंह,  डूडा के प्रतिनिधि, नेहरू युवा केंद्र संगठन के जिला युवा अधिकारी विकास सिंह, यूनिसेफ से डॉ संदीप शाही, डॉ सुदीप कुमार, एम्बेड परियोजना, सिविक एक्शन प्रोजेक्ट के युवा समन्वयक शशांक, हर्ष, अर्चना, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के प्रतिनिधि शामिल रहे ।