- भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किये बड़े खुलासे
- शिव तांडव की धुन से शुरू हुई भारतीय सेना की पीसी
नई दिल्ली (डेस्क) - आज ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना ने संयुक्त ब्रीफिंग की। इस ब्रीफिंग की खास बात इसकी शुरूआत रही. ब्रीफिंग की शुरूआत में शिव तांडव बजाया गया। भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद को खत्म करना था, जिसमें भारतीय सेना ने जबरदस्त सफलता हासिल की। लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि ऑपरेशन के तहत 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया, साथ ही उनके कई ठिकानों को भी नेस्तनाबूद किया गया।
डीजीएमओ ने बताया कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का उद्देश्य सीमा पार से चल रहे आतंकवाद को जड़ से खत्म करना और इसके ढांचे को ध्वस्त करना था। इस अभियान में भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकवादियों को ढेर किया, जिनमें पुलवामा हमले और आईसी-814 विमान अपहरण कांड से जुड़े खूंखार आतंकी भी शामिल हैं।
सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिक और अफसर भी मारे गए हैं। डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से दुश्मन ड्रोन लाहौर से उड़ान भर रहे थे, जबकि वे नागरिक विमानों की आड़ में संचालित किए जा रहे थे। इसके अलावा मुरिदके स्थित आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों में अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई थी।
डीजीएमओ ने बताया कि इस सैन्य कार्रवाई की योजना पहलगाम में भारतीय नागरिकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद बनाई गई थी। ऑपरेशन का मकसद आतंकवादियों और उनके ठिकानों का पूरी तरह सफाया करना था। उन्होंने कहा कि भारतीय एजेंसियों ने सीमा पार मौजूद आतंकवादी शिविरों की पहचान की। हालांकि, इनमें से कई ठिकानों को पहले ही खाली कर दिया गया था, लेकिन नौ ऐसे ठिकानों का पता चला, जिन्हें भारत की खुफिया एजेंसियों ने सक्रिय करार दिया था। उन्होंने कहा कि ये ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के अलावा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित थे, जिनमें मुरीदके जैसे इलाके भी शामिल हैं, जो पहले अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे कुख्यात आतंकवादियों से जुड़े रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल घई ने आतंकवादी ठिकानों की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पहले और उसके बाद की सैटेलाइट तस्वीरें भी दिखाई, जिनमें स्पष्ट रूप से पता चल रहा है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवादियों के ठिकानों को कितना भारी नुकसान पहुंचाया है।
अलर्ट रही भारतीय नेवी, ऐसे पाकिस्तान को रोका : भारतीय नौसेना के महानिदेशक नेवी ऑपरेशंस (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेवी ने अपने एसेस्ट्स डिप्लॉय कर दिए थे। हमने समंदर में टेस्ट भी किए, अपनी ऑपरेशनल तैयारी के लिए। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने को मजबूर किया। वह पूरे टाइम अपने हार्बर में रहे।