श्रद्धापूर्वक मनाया गया डॉ. अम्बेडकर 67वां महापरिनिर्वाण दिवस



  • मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने अर्पित की पुष्पांजलि

अयोध्या। जनपद में भारत रत्न बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर का 67वां महापरिनिर्वाण दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। आयुक्त कार्यालय में मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने आयोजित पुष्पांजलि सभा में बाबा साहब को याद करते हुये उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने बाबा साहब को याद करते हुये कहा कि यह दिवस हम सबको उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों एवं मूल्यों पर चलने के लिए पुनर्संकल्पित होने की प्रेरणा देता है। यही कारण है कि जाति आधारित भेदभाव के विरुद्ध लड़ाई, सामाजिक न्याय की प्रतिस्थापना, सशक्तीकरण के साधनों के रूप में शिक्षा पर विशेष जोर एवं समावेशी व समतावादी समाज की स्थापना के सन्दर्भ में उनका दर्शन आज पहले से भी अधिकः प्रासंगिक हो गया है। हम सभी का अपनी सेवा काल में पूर्ण मनोयोग से सरकार की विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का ध्येय होना चाहिए। इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन अजयकान्त सैनी, अपर आयुक्त न्यायिक राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, संयुक्त विकास आयुक्त, अरविन्द चन्द्र जैन, उपनिदेशक सूचना डा. मुरलीधर सिंह, संयुक्त आयुक्त उद्योग श्रीमती सविता भारती रंजन, व्यैक्तिक सहायक मण्डलायुक्त अविनाश चन्द्र पांडेय, विशेष सहायक सच्चिदानन्द हित आयुक्त कार्यालय के समस्त अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार (नवीन) में आयोजित पुष्पांजलि सभा में बाबा साहब को स्मरण करते हुये उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिरूद्व प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेन्द्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति सुरजीत सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी सतीश कुमार त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी कानून व्यवस्था जितेन्द्र कुमार कुशवाहा, सहायक अभिलेख अधिकारी, ओ0एस0डी0 जिलाधिकारी, अपर जिला सूचना अधिकारी सहित कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा भी बाबा साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। तदोपरांत जिलाधिकारी सहित उक्त अधिकारियों द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित बाबा साहब के मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर आयोजित सभा में जिलाधिकारी ने बाबा साहब द्वारा प्रतिपादित सिद्वांतों एवं मूल्यों पर चलने के लिए पुर्नसंकल्पित होने हेतु प्रेरित किया गया।