निजी क्षेत्र में टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए सात से 14 दिसंबर तक चलेगा विशेष अभियान



लखनऊ। राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत निजी क्षेत्र में टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए सात से 14 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. दीपा त्यागी द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए.के.सिंघल ने बताया कि  शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार इस  दौरान  निजी क्षेत्र में टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन बढ़ाने के लक्ष्य के साथ ही छूटे हुए टीबी केसों को निक्षय पोर्टल पर पर दर्ज कराने के लिए भी अभियान चलेगा।

अभियान के दौरान सभी पद्धति के निजी चिकित्सकों के साथ लैब और केमिस्टों के यहाँ जिला स्तरीय टीम भ्रमण करेगी। अभियान को लेकर माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है और अन्य तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं।

डा. सिंघल ने बताया कि टीबी नोटिफिकेशन में निजी सेवा प्रदाताओं की अहम भूमिका है। प्रत्येक टीबी रोगी के नोटिफिकेशन पर निजी चिकित्सक को 500 रुपये दिए जाने का प्रावधान है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो आईपीसी की धारा 269 एवं 270 के तहत दंडनीय अपराध है और सजा का भी प्रावधान है।   

इस वर्ष निजी क्षेत्र में 11,900 टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य है जिसमें से अभी तक 81.5 फीसद अर्थात 9697 टीबी रोगी निजी क्षेत्र द्वारा नोटिफ़ाई किए गए हैं। जनपद में कुल 1617 निजी स्वास्थ्य सुविधाएं हैं जिसमें से 1104 स्वास्थ्य सुविधाओं ने टीबी रोगियों को नोटिफ़ाई किया गया है जबकि 513 निष्क्रिय हैं।

डा. सिंघल ने निजी सेवा प्रदाताओं से अपील की है कि वह टीबी रोगियों की सूचना निक्षय पोर्टल पर दर्ज करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में निजी सेवा प्रदाताओं की संख्या बहुत कम है इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों को शहरी क्षेत्र में ड्यूटी लगाकर निजी चिकित्सालयों, केमिस्ट एवं लैब्स में भ्रमण कर अधिक से अधिक टीबी रोगियों को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा।

इस अभियान की मॉनिटरिंग स्टेट टीबी सेल, रीजनल टीबी प्रोग्राम टीबी मैनेजमेंट यूनिट, विश्व स्वास्थ्य संगठन, तकनीकी सहायक इकाइयों के द्वारा की जाएगी।