यूथ काउंसलिंग सेंटर के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन



लखनऊ - नेशनल पी.जी.कॉलेज में संचालित सिफ्सा द्वारा वित्त पोषित प्रोजेक्ट में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए एनएसएस स्वयंसेवकों की भागीदारी के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला आज नोडल ऑफिसर तथा मास्टर ट्रेनर डॉक्टर रीना श्रीवास्तव एवं डॉक्टर अर्चना सिंह के संयोजन में संपन्न हुई।

प्रथम सत्र की शुरुआत मां सरस्वती के वंदन के उपरांत हुई। इसके पश्चात कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉक्टर अर्चना सिंह ने प्रथम दिवस के रीकैप के उपरान्त यौवन के दौरान लड़कियों एवं लडको के शारीरिक परिवर्तन  का मुख्य कारण एस्ट्रोजन व प्रोजेस्ट्रॉन हॉरमोनों का रक्त में सक्रिय होना बताया और कहा कि स्वास्थ्य और पोषण का आपस में  बहुत संबंध होता है इसलिए हमे भोजन और अन्य पदार्थ सावधानीपूर्वक ग्रहण करना चाहिए। तदोपरांत  अक्षय  सिंह सिकरवार, काउंसलर, भारतीय परिवार नियोजन संघ द्वारा शारीरिक स्वीकृति/स्वयं स्वीकृति, पहचान के संकट, माहवारी, लैंगिक समानता, सहमति/संचार, समग्र स्वास्थ्य - शारीरिक, भावनात्मक, सामाजिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक तथा प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी और अपनी बात को प्रभावी रूप से रखने के लिए एक खेल के द्वारा छात्रों को जानकारी दी ।

जलपान के पश्चात आयोजित द्वितीय सत्र में डा रीना श्रीवास्तव ने सुरक्षित मातृत्व की जानकारी दी। अक्षय जी ने छात्रों से कई प्रश्न पूछे और छात्रों में उनका बहुत ही अच्छे से जवाब दिया साथ ही छात्रा वतन शुक्ला, ईशा हैदर एवं मेनका अग्रवाल ने हार्मोनल परिवर्तन की वजह से होने वाले शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में कई प्रश्न पूछे  तथा काउंसलर ने बहुत ही रुचि पूर्वक समाधान किया। समस्त कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में हुआ l