- ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे पर विभिन्न वार्डों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
- पीएसआई इंडिया व एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित हुए कार्यक्रम
लखनऊ । ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे यानि वैश्विक हाथ धुलाई दिवस पर बुधवार को पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से लालजी टंडन वार्ड, सआदतगंज और दौलतगंज वार्ड में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनके माध्यम से स्वच्छता कर्मियों और स्कूली बच्चों को हाथों की सही तरीके से सफाई करने और संक्रामक बीमारियों से बचने के बारे में जरूरी संदेश दिए गए।
इस मौके पर पीएसआई इंडिया के दिनेश कुमार पांडेय ने करीब 150 स्वच्छता कर्मियों को हाथों की सही तरीके से सफाई करने के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि स्वच्छता कर्मियों को खुद के साथ अपनों को संक्रामक बीमारियों से सुरक्षित बनाने के लिए यह और भी जरूरी है। काम को देखते हुए स्वच्छता कर्मी कचरे की सफाई और निपटान के साथ ही सीवेज व अन्य दूषित पदार्थों के सम्पर्क में आते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का जोखिम बना रहता है। कीटाणुओं और बीमारियों से बचने का सबसे किफायती और सुरक्षित उपाय साबुन-पानी से सही तरीके से हाथ धुलना है। इसके लिए हाथों की सफाई के प्रमुख चरण को अपनाना जरूरी है, जैसे- दोनों हथेलियों को पानी से धुलकर साबुन को अच्छी तरह से रगड़ें यानि सीधा हाथ को साफ़ करें। इसके बाद हाथ के पिछले भाग (उल्टा हाथ) को साबुन के झाग से रगड़ें फिर उँगलियों को आपस में फंसाकर अच्छी तरह से रगड़ें ताकि उनमें रह गए कीटाणु या गंदगी साफ़ हो जाए। उँगलियों के पिछले भाग की सफाई करें और फिर अंगूठे को अच्छी तरह से धुल लें। इसके बाद नाखूनों को अच्छी तरह से साफ़ कर लें क्योंकि उनके बीच या आस-पास गंदगी या कीटाणु के होने की ज्यादा संभावना रहती है। अंत में कलाइयों को साबुन-पानी के झाग से साफ़ करना चाहिए।
दूसरी ओर सआदतगंज वार्ड के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में हेड टीचर संगीता, दौलतगंज वार्ड के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक तौफीक और लालजी टंडन उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल प्रवीण ने करीब 185 बच्चों को सही तरीके से हाथ धुलने और संक्रामक बीमारियों से बचने के बारे में जरूरी टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि डायरिया, निमोनिया व अन्य संक्रामक बीमारियों से बचने का सबसे सरल और उचित उपाय है कि हाथों को साबुन-पानी से सही तरीके से समय-समय पर साफ़ किया जाए। 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे मनाने का मूल मकसद लोगों के अंदर यह जागरूकता पैदा करना है कि कब और कैसे हाथों की साबुन-पानी से अच्छी तरह से सफाई करके अपनों को बीमारी से सुरक्षित बनाया जा सकता है। बचपन की यह अच्छी आदत भविष्य को संवारने का काम करती है। खाना बनाने और खाना खाने से पहले, शौच के बाद, नवजात शिशु को हाथ लगाने से पहले, खांसने या छींकने के बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद, कूड़ा-कचरा निपटान या जानवरों के सम्पर्क में आने के बाद निश्चित रूप से हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह धुलना चाहिए।
ज्ञात हो कि पीएसआई इंडिया और एचसीएल फाउंडेशन नगर निगम के सहयोग से लखनऊ के 26 वार्डों में ‘स्वच्छ उदय’ प्रोजेक्ट कार्यक्रम चला रहे हैं। इसके तहत मोहल्लों में साफ सफाई, पानी का सही रखरखाव और कूड़ा पृथक्करण पर समुदाय में लोगो को जागरूक किया जा रहा है।