हाथों को सही तरीके से धुलें और संक्रामक बीमारियों से बचें



  • ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे पर स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित  
  • पीएसआई इंडिया व केनव्यू के सहयोग से आयोजित हुए कार्यक्रम  

फिरोजाबाद । ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे यानि वैश्विक हाथ धुलाई दिवस पर बुधवार को पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और केनव्यू के सहयोग से जनपद के विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर बच्चों को सही तरीके से हाथों के धुलने के फायदे बताये गए। उनको बताया गया कि डायरिया, निमोनिया जैसी संक्रामक बीमारियाँ हाथों की सही तरीके से सफाई न करने से अपना पाँव पसारती हैं और व्यक्ति को बीमार बना देती हैं।

उच्च प्राथमिक विद्यालय लेबर कालोनी में ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे पर आयोजित गोष्ठी में प्रधानाध्यापक मूवी शर्मा ने कहा कि संक्रामक बीमारियों से बचने का सबसे सरल और उचित उपाय है कि हाथों को साबुन-पानी से सही तरीके से समय-समय पर साफ़ किया जाए। इस बारे में समुदाय खासकर माताओं और बच्चों में जागरूकता पैदा करने के लिए ही हर साल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मूल मकसद लोगों के अंदर यह जागरूकता पैदा करना है कि कब और कैसे हाथों की साबुन-पानी से अच्छी तरह से सफाई करके अपनों को बीमारी से सुरक्षित बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि साबुन-पानी से हाथों की सही तरीके से सफाई के छह प्रमुख चरण बताये गए हैं, जिसे सुमन-के (SUMAN-K) विधि से समझा जा सकता है। एस का मतलब है पहले सीधा हाथ साबुन-पानी से धुलें, यू- फिर उलटा हाथ धुलें, एम-फिर मुठ्ठी को रगड़-रगड़कर धुलें, ए- अंगूठे को धुलें, एन-नाखूनों को धुलें और के-कलाई को अच्छी तरह से धुलें । इस विधि से हाथों की सफाई की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए और उसकी अहमियत भी समझानी चाहिए।

दूसरी ओर जनपद के आदर्श बाल विद्या मंदिर में भी ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके माध्यम से बच्चों को सही तरीके से हाथ धुलने की विधि (सुमन-के) के बारे में बताने के साथ ही यह भी बताया गया कि हाथों की धुलाई कब बहुत जरूरी होती है। बच्चों को बताया गया कि खाना बनाने और खाना खाने से पहले, शौच के बाद, नवजात शिशु को हाथ लगाने से पहले, खांसने या छींकने के बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद और कूड़ा-कचरा निपटान के बाद निश्चित रूप से हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह धुलना चाहिए। इस मौके पर बाल विकास परियोजना से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीपा शर्मा और पुष्पा देवी के साथ अध्यापक अनुराग मिश्रा, अरशी अंजुम, शालिनी सती और पीएसआई इंडिया से राजेश कुमार प्रजापति, कैफूल हसन व क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं।