मच्छररोधी उपाय अपनाएं, संचारी रोगों से छुटकारा पाएं



लखनऊ - जनपद में तीन से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान  चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बक्शी का तालाब ब्लॉक के ग्राम पंचायत सोनावा के राजकीय हाईस्कूल विद्यालय में बृहस्पतिवार  को यूनिसेफ़ और स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यूनिसेफ़ और सीफार के प्रतिनिधि ने उपस्थित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को जानकारी दी कि डेंगू, मलेरिया और फाइलेरिया जैसी बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं | इसलिए मच्छरों से बचें। मच्छरों से बचने के लिए घर और उसके आस-पास सफाई रखें। पानी जमा न होने दें। जहां भी पानी इकट्ठा होगा वहाँ मच्छर पनपेंगे । चाहे वह साफ पानी ही क्यों न हो। डेंगू का मच्छर तो साफ पानी में ही पनपता है। सोते समय मच्छरदानी लगाकर सोएं या मच्छररोधी क्रीम या अगरबत्ती का प्रयोग करें। बुखार आता है तो खुद से कोई इलाज न करें। निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और जांच व इलाज कराएं।

इस मौके पर मां बरही शक्ति पीठ फाइलेरिया सपोर्ट ग्रुप की  नेटवर्क सदस्य 47 वर्षीय राजिया ने विद्यार्थियों को बताया कि वह 10 सालों से फाइलेरिया से पीड़ित हैं और जब वह समूह से जुड़ी तब उन्हें पता चला कि या मच्छर से होने वाली बीमारी है। वह इसलिए सभी लोग मच्छरों से बचें। फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो कभी ठीक नहीं होती है और यह व्यक्ति को आजीवन दिव्यांग बना देती है।

इस अवसर पर प्रधानाचर्या सीमा अहिरवार, शिक्षक मुकेश कुमार दीक्षित, मधु शुक्ला, मीतू गंगवार, मोनिका सिंह, प्रियंका निकिता त्रिपाठी,  संगीता दुबे, सहित 180 विद्यार्थी मौजूद रहे।