नई दिल्ली(डेस्क) - इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में मुक्त विश्वविद्यालय श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिससे भारत में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओ.डी.एल) और ऑनलाइन शिक्षा में अग्रणी के रूप में इसकी भूमिका की पुष्टि होती है।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, इग्नू की कुलपति प्रो. उमा कांजीलाल ने इग्नू समुदाय के सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि हमारे संकाय, शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों से संभव हुआ है। इग्नू में, हमारा मिशन स्पष्ट है - सभी को, हर जगह, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना। आगे बढ़ते हुए, हम देश के सबसे दूरस्थ हिस्सों में भी सुगम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल और तकनीकी उपकरणों का लाभ उठाने पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। हम स्थानीय भाषाओं, मल्टीमीडिया, वीडियो-आधारित संसाधनों और मिश्रित शिक्षण पद्धतियों के उपयोग का विस्तार करना जारी रखेंगे ताकि शिक्षा शिक्षार्थियों तक सबसे समावेशी और शिक्षार्थी-अनुकूल तरीके से पहुंच सके।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2015 में स्थापित एनआईआरएफ रैंकिंग, शिक्षण, अधिगम और संसाधन, अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास, स्नातक परिणाम, आउटरीच और समावेशिता, और धारणा जैसे मानदंडों पर देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन और रैंकिंग करती है। इन रैंकिंग को व्यापक रूप से उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए एक मानक माना जाता है। मुक्त विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लगातार दूसरी बार शीर्ष स्थान प्राप्त करके, इग्नू ने एक बार फिर समावेशी और ज्ञान-आधारित समाज के निर्माण में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया है। भारत और विदेशों में फैले अपने विशाल शिक्षार्थी आधार के साथ, यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे बड़े मुक्त विश्वविद्यालय के रूप में अपनी सेवा प्रदान करने के लिए शिक्षण और प्रौद्योगिकी में निरंतर विचार कर रहा है।