एमडीए की सफलता के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक, किया निर्देशित



  • दस से फरवरी से घर-घर जाकर खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा

बाराबंकी  - जिले में 10 से 27 फरवरी तक फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलेगा। अभियान के माध्यम से हर घर फाइलेरिया की दवा पहुंचाई जाएगी। इसकी पूरी तैयारी कर ली जाए। यह निर्देश देते हुए उप जिलाधिकारी विजय कुमार द्विवेदी ने एमडीए/आईडीए के सफल  क्रियान्यवन के लिए तहसील नवाबगंज के जन सभागार में चार ब्लाक सहित अर्बन क्षेत्र के सम्बंधित अधिकारियों एवं संस्था के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न बिन्दुओ पर चर्चा करते हुए एमडीए के लिए संबंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

एसडीएम द्विवेदी ने पंचायती राज  विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी तीन फरवरी तक साफ-सफाई की व्यवस्था के जाए साथ ही सभी ग्राम पंचायत के प्रधान एवं कोटेदार के साथ खुली बैठक करके उनको ब्लाक स्तर पर प्रचार, प्रसार कराने व दवा खाकर कार्यक्रम की शुरूआत करने के लिए निर्देश जारी की जाए। आईसीडीएस को शत प्रतिशत फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को द्वितीय ड्रग एडमिन्स्ट्रेटर के रूप में काम करने के लिए आदेशित किया जाए। शिक्षा विभाग के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों द्वारा सभी विद्यालय के प्रधानाध्यपकों के साथ बैठक करके फाइलेरिया उन्मूलन की गतिविधि पर चर्चा की जाए। इसके साथ ही स्कूलों में निबंध प्रतियोगित एवं रैली निकलवाना सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा एसआरएलएम विभाग द्वारा ब्लाक स्तरीय सभी सहायता समूह की सखी को एमडीए/आईडीए कार्यक्रम के बारे मे जागरूक किया जाए। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाय कि दवा किसी को देना नहीं है बल्कि स्वास्थ्य कर्मी दवा व्यक्ति की उम्र व लंबाई के अनुसार निर्धारित खुराक अपने सामने ही खिलाएंगे।

उप जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के हरख, देवा, बंकी, मसौली विकास खण्ड सहित अर्बन क्षेत्र के सभी संबंधित विभाग, ब्लॉक स्तर पर औषधि सेवन कराने के लिए विभागीय एवं सहयोगी संस्था डब्लूएचओ, यूनिसेफ, पीसीआई, पाथ व जिला पंचायती राज, जिला शिक्षा विभाग, जिला पशु चिकित्सालय, आईसीडीएस, स्वंय सहायता समूह, नगर पलिका विभाग एवं अन्य विभाग के सहयोग से अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाना सुनिश्चित करें। उन्होने बताया जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 फरवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक चलाया जाएगा। इस दौरान गर्भवती,दो साल से छूटे बच्चे व गंभीर बीमार व्यक्ति को छोड़कर शेष सभी लोगों को आइवरमेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल दवाएं खिलाई जायेंगी।

पीसीआई के डीएमसी ध्रुव मिश्रा ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में कई जरूरी सुधार के बारे में अपनी बात रखी। उन्होंने एसडीएम से अपील करते हुए कहा की सभी विभाग को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समान्वय एवं सहयोग के साथ आगे आने की जरूरत है। उन्होने आगे बताया फ़ाइलेरिया से बचाव के लिए सरकार द्वारा साल में एक बार सामूहिक दवा सेवन(एमडीए) अभियान चलाया जाता है। इसके तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को एल्बेंडाज़ोल और डाईइथाइलकार्बामजीन (डीईसी) की गोलियाँ खिलाते हैं।

पाथ के डीसी अखिलेश कुमार ने एमडीए को सफल बनाने के लिए कई बिन्दूओं पर एसडीएम के समक्ष विभिन्न बिन्दुओ पर अपनी बात रखीं। उन्होंने कहा  इस दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। अभियान से पहले जिले में इस रोग से ग्रसित लोगों की स्थिति जानने के लिए आशा द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया जा रहा है।

फाइलेरिया के बारे में जानें: फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यतः हाथी पाँव के नाम से जाना जाता है।

फाइलेरिया के लक्षण: पैरों व हाथों में सूजन (हाथीपांव), पुरुषों में हाइड्रोसील (अंडकोश का सूजन) और महिलाओं के स्तन में सूजन ।

इस मौके पर सीएचसी अधिक्षक डा राधेश्याम गौड़, डा नितिश कुमार सिंह, पीसीआई  एसएमसी धर्मवीर यूनीसेफ बीएमसी अनूप कुमार वर्मा, डब्लूएच के मोहम्मद आरिफ, एचईओ आशाराम, सीडीपीओ मीना वर्मा, विमाल देवी सहित आदि अधिकारी एवं संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहें।