वृद्धजनों के लिए मानसिक स्वास्थ्य शिविर हुआ आयोजित



  • 87 मनोरोगियों को मिला परामर्श एवं उपचार
  • 12 मानसिक रोगियों  को मिले मानसिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र

लखनऊ - राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल पर वृद्धजनों  के लिए मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया |  जिसका शुभारंभ सीएचसी अधीक्षक डॉ अरुण चौधरी ने किया |

इस मौके पर डा. अरुण ने शिविर में मौजूद लोगों को मानसिक रोग के लक्षणों के प्रति जागरूक किया | उन्होंने बताया किउलझन, घबराहट, निराशा के भाव, आत्महत्या के विचार आना, तनाव महसूस होना, हड़बड़ी में रहना,एकाग्रता में कमी, याददश्त में कमी, उदास मन होना, रोने की इच्छा होना आदि मानसिक रोग के लक्षण है | यदि परिवार में किसी को या आस-पास किसी में भी इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो नजरअंदाज न करें | सीएचसी पर जांच और इलाज उपलब्ध है और व्यक्ति का एक पैसा भी नहीं खर्च होता है |

जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई केमनोचिकित्सक डॉ. अभय सिंहने बताया कि मानसिक रोगियों की पहचान लोग आसानी से नहीं कर पाते यही कारण हैं | लोग ओझा, हकीम, भूत- प्रेत के चक्कर में पड़कर मानसिक रोगियों की बीमारी और बढ़ा देते हैं | अगर इन बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर सही समय पर उपचार शुरू कर दिया जाए व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो सकता है |

वही मनोरोगीसामाजिक कार्यकर्ता रवि द्विवेदी ने बताया किअपनी समस्या को छुपायें नहीं | चिकित्सक, परिवार के सदस्य दोस्तों से खुलकर बात करें | लंबे समय तक लगातार तनाव  रहने से जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है। लंबे समय से तनाव में रहने के कारण उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमीजैसी समस्याएं हो सकती हैं । तनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए । जीवन में तनाव से बचने के लिए हमें कुछ समय निकालकर  मनोरंजन करना, व्यायाम करना, योगा करना आदि कार्य करने  चाहिए।

स्वास्थ्य शिविर में 87 मनोरोगियों को परामर्श एवं उपचार प्रदान किया तथा जिला अस्पताल की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट गरिमा सिंह ने12   मानसिक रोगियों  की जांच कर मानसिक दिव्यांगता के प्रमाण पत्र दिए । शिविर में आए हुए रोगियों को निशुल्क दवाइयां फल पानी इत्यादि का वितरण भी किया गया | शिविर में  संतोष पाल, श्रवण कुमार कल्बे, डॉ सुदीप्ति, डॉ. अनस ख्वाजा ने भी सामान्य रोगियों को उपचार प्रदान किया |

इस अवसर पर जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई की टीम, स्वास्थ शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार, बीपीएम वंदना सिंह, बीसीपीएम विवेक नवल मिश्रा,ब्लाक एकाउंट  मैनेजर सिद्धार्थ त्रिपाठी, हेल्थ सुपरवाइजर अनूप द्विवेदी, रजनीश,  आयुष्मान मित्र  शशि कान्त,  व सीएचसी के समस्त  स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे ।