उच्च जोखिम वाली गर्भवती हुई चिन्हित



  • प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में गर्भवती की जांचें हुई
  • जिला महिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हुआ आयोजन

कानपुर नगर - प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल सहित ब्लाक स्तरीय सामुदायिक और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती की प्रसव पूर्व पांचें जांचें कर परामर्श दिया गया। उच्च जोखिम वाली गर्भवती को खानपान का ध्यान रखने और नियमित तौर पर चेकअप कराकर डॉक्टर के परामर्श पर दवाएं लेने की सलाह दी गई। गर्भवतियों को आयरन, कैल्शियम की टैबलेट दी गई। कुछ गर्भवतियों को आयरन सुक्रोज भी चढ़ाया गया। जिला महिला अस्पताल में परिवार नियोजन सलाहकार ने महिलाओं की काउंसिलिंग की।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके सिंह ने बताया की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिला महिला अस्पताल के साथ-साथ ब्लाक स्तरीय सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष रूप से गर्भवतियों की जांच कर उन्हें परामर्श और दवाएं देने के साथ ही उनकी ब्लड, यूरिन, ब्लड प्रेशर की जांच करने के साथ ही वजन और अल्ट्रासाउंड किया गया। उन्होंने बताया की सभी जांचें नि:शुल्क होती हैं। उनका कहना है कि मां-बच्चे को सुरक्षित करने का पहला कदम यही होना चाहिए कि गर्भावस्था के तीसरे-चौथे महीने में प्रशिक्षित चिकित्सक से जांच अवश्य करानी चाहिए ताकि किसी भी जटिलता का पता चलते ही उसके समाधान का प्रयास किया जा सके। इसके साथ ही गर्भवती खानपान का खास ख्याल रखे और खाने में हरी साग-सब्जी, फल आदि का ज्यादा इस्तेमाल करे, आयरन और कैल्शियम की गोलियों का सेवन चिकित्सक के बताए अनुसार करे।

जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ.सीमा श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भवती की प्रसव पूर्व मुफ्त जांच के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की नौ तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष आयोजन होता है। जहां एमबीबीएस चिकित्सक द्वारा गर्भवती की संपूर्ण जांच नि:शुल्क की जाती है और कोई जटिलता नजर आती है तो उन महिलाओं को चिन्हित कर उन पर खास नजर रखी जाती है, ताकि जच्चा-बच्चा को सुरक्षित बनाया जा सके।

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता हरिशंकर मिश्रा ने बताया की प्रधानमंत्री मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। उन्होंने बताया की शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल में कुल 166 गर्भवतियों की जांचें की गई, इसमें 48 उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थी की गर्भवती चिन्हित की गई हैं। प्रसव होने तक इनका इन महिलाओं को एएनएम द्वारा समय-समय पर जांच कराई जाएगी।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के दिन प्रसव पूर्व जांच कराने वाली ज्योति देवी निवासी घंटाघर, अन्नो निवासी हर्वंशमोहाल और आशा निवासी किदवईनगर ने बताया कि आशा कार्यकर्ता से इस अभियान की जानकारी मिली। सभी जाचें सामान्य आई हैं। प्रसव होने तक वह नियमित तौर पर जांचें कराती रहेंगी।