18 सितंबर से शुरू होगा छह दिवसीय पल्स पोलियो अभियान



  • लगभग 7.33 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य
  • 17 जोनल अधिकारी और 592 सुपरवाइजर करेंगे अभियान का पर्यवेक्षण  

लखनऊ - जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार के निर्देश पर जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में शुक्रवार को पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों को लेकर  जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई |

एडीएम प्रशासन विपिन मिश्रा ने बताया कि 18 सितंबर से 6 दिवसीय सघन पल्स पोलियो अभियान लखनऊ सहित प्रदेश के 50 जनपदों में शुरू हो रहा है जिसके तहत 0-5 साल तक की आयु के बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई जाएगी | पल्स पोलियो अभियान के तहत बूथ दिवस का आयोजन 18 सितंबर को होगा |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने  कहा कि पोलियो एक संक्रामक रोग है | जो विषाणु(वायरस) के माध्यम से छोटे बच्चों में होता है |  यह एक लाइलाज बीमारी है क्योंकि  इस बीमारी से प्रभावित अंग लकवाग्रस्त हो जाता है जो बच्चे  को आजीवन अपंग बना देता है |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनसमुदाय से अपील की है कि अपने बच्चों को दो बूंद जिंदगी की जरूर पिलाएं | भारत तो पोलियो मुक्त है लेकिन पड़ोसी देश में अभी भी यह बीमारी है जिसके कारण कभी भी यह लौट सकती है | उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा दवा पीने से वंचित न रह जाए |

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एम.के.सिंह ने बताया कि जनपद में 0-5 वर्ष के लगभग 7.33 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है | पोलियो की दवा 2783 बूथों के माध्यम से पिलाई जाएगी |

घर-घर जाकर दवा पिलाने के लिए 2203 टीमों का गठन किया गया है | इसके अलावा 136 मोबाइल टीम, 236 ट्रांसिट टीमें रेलवे स्टेशन, बस स्टैन्ड और ईंट भट्टों सहित दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी|  इस पूरे अभियान के पर्यवेक्षण के लिए 17 ज़ोनल अधिकारी और  592 सुपरवाइजर नियुक्त किए गये हैं | साथ ही 6350 वैक्सीनेटर के माध्यम से पोलियो की दवा पिलाई जाएगी |

जनपद में 18 सितंबर को 2783 बूथों के माध्यम से दवा पिलाई जाएगी | जो बच्चे दवा पीने से छूट जाएंगे उन्हें स्वास्थ्य कार्यकर्ता 19-23 सितंबर (सोमवार से शुक्रवार) तक घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे | इसके बाद भी जो बच्चे छूट जाएंगे उन्हें 25 सितंबर को दवा पिलाई जाएगी |

इस मौके पर एडीएम ट्रांसगोमती राकेश सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.के.चौधरी, डा. विमल बैसवार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मिलिंद वर्धन, डा.के.डी.मिश्रा, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक, बाल एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) और शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ तथा यूएनडीपी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे |