जन्मजात कटे-होंठ तालू वाले बच्चों की सर्जरी के लिए पंजीकरण व स्क्रीनिंग शुरू



बाराबंकी - राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से जन्म से कटे होंठ व तालू वाले बच्चों के  निःशुल्क आपरेशन व उपचार की व्यवस्था है। इसी क्रम में बच्चों की स्क्रीनिंग के लिए निःशुल्क पंजीकरण शिविर  मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कमरा संढया 19 में शुक्रवार (19 अगस्त) से 31 अगस्त तक प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सांय पांच बजे आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रामजी वर्मा ने दी। उन्होंने बताया पंजीकृत बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन एवं सम्पूर्ण इलाज लखनऊ स्थित हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्लास्टिक माइक्रोवस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग में किया जाएगा।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कई बच्चों के होंठ व तालू जन्म से कटे होते हैं। कटे होंठ व  कटे तालू  की जन्मजात समस्या लगभग 3000 जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है। यह होंठ के दोनों तरफ या एक ही तरफ संभव है। सामान्यतः होंठ के साथ तालू भी कटा होता है किन्तु कभी-कभी केवल तालू के कटे होने की भी सम्भावना होती है। इसके कारणों में किसी भी चीज की स्पष्ट भूमिका प्रमाणित नहीं है। समय से पहचान और इलाज से इस दिक्कत से पूरी तरह निजात मिल सकती है।

बच्चों के चेहरे पर मुस्कान देकर आत्मविश्वास जगाने में स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डा. वैभव खन्ना  की अहम् भूमिका है। यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लायी जा सकती है। स्माइल ट्रेन संस्था द्वारा हर आयु वर्ग के लोगों का इलाज पूर्णतया नि:शुल्क किया जाता है। उन्होंने बताया- अभी तक इस प्रोजेक्ट के तहत डा. वैभव खन्ना के द्वारा 13,000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बहुतायत से पाया जाता है। माता-पिता शुरुआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं। समय से उचित चिकित्सीय इलाज न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है |

आरबीएसके के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ डीके श्रीवास्तव ने बताया कि अगर पैदायशी कटे होंठ व कटे तालू वाले मरीज़ो का सही समय पर आपरेशन हो जाये तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है। सर्जरी तो बाद में भी हो सकती है लेकिन परिणाम बहुत अच्छा नहीं होता है।  हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में संचालित स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है।

स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के परियोजना निदेशक डॉ वैभव खन्ना के मुताबिक जन्मजात  कटे होंठ एवं तालू की विकृति सर्जरी व् अन्य उपचार से पूरी तरह ठीक हो सकती है। इसके सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफैशियल व् ओर्थोग्नेटिक सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं का भी इस्तेमाल होता है। यह बात महत्वपूर्ण है कि बच्चों का समय से इलाज कराने पर जन्मजात विकृति पूर्णतया ठीक हो सकती है।