बक्शी का तालाब एफआरयू को एनक्वास प्रमाणपत्र



गुणवत्ता के मामले में प्रदेश में रही अव्वल

लखनऊ - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) बक्शी का तालाब पहली ऐसी प्रथम संदर्भन इकाई(एफआरयू) है, जिसे पूरे प्रदेश में नेशनल क्वालिटी  एश्योरेंस का प्रमाणपत्र मिला है | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने दी | उन्होंने बताया कि सीएचसी  को राष्ट्रीय क्वालिटी  एश्योरेंस कार्यक्रम(एनक्वास) के तहत गुणवत्ता प्रमाणपत्र दिया गया है |

यह जनपद के लिए बड़ी उपलब्धि है  तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के लिए  प्रेरणास्रोत है कि वह भी एनक्वास प्रमाणपत्र के लिए प्रयास करें | सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ बधाई के पात्र हैं |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में 12 से 14 मई के मध्य नई दिल्ली से आई एनक्वास टीम द्वारा सीएचसी का भ्रमण कर यहाँ दी जाने वाली सेवाओं और सुविधाओं का  आंकलन किया गया था |
जिला क्वालिटी एशयोरेंस कंसल्टेंट डा. नाज़िया ने बताया  कि प्रमाण पत्र प्राप्त सीएचसी को तीन लाख रुपये की धनराशि का प्रावधान है | राष्ट्रीय क्वालिटी  एश्योरेंस सर्टिफिकेशन का  आंकलन तीन  चरणों में किया जाता है – आंतरिक, राज्य स्तरीय और राष्ट्र स्तरीय  आंकलन  |

एफआरयू सीएचसी में 12 विभाग का असेसमेंट किया जाता है | प्रत्येक विभाग में आठ बिन्दुओं पर  आंकलन  किया जाता है | यह  बिंदु – सेवा प्रावधान( सर्विस प्रोविजन)’, मरीजों के अधिकार( पेशेंट राइट), इनपुट( मानव संसाधन, उपकरण, अस्पताल का रखाव),  सहयोगी सेवाएं( सपोर्ट सर्विसेस),  क्लीनिकल सेवाएं, संक्रमण का नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटपुट हैं | इन सभी एरिया में एफआरयू सीएचसी मानकों पर खरी उतरी है |

बक्शी का तालाब एफआरयू सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. जे.पी. सिंह ने कहा कि सीएचसी को प्रमाणपत्र मिलना हमारे किए गर्व की बात है | इससे पहले भी लगातार तीन साल से सीएचसी को कायाकल्प पुरस्कार मिल चुका है | हम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे हैं और आगे भी प्रयास करते रहेंगे | यह उपलब्धि सभी चिकित्सकों, नर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ की मेहनत का परिणाम है |