जिले को सेहतमंद बनाने में मददगार बनेंगे धर्मगुरू



  • धर्मगुरुओं और मदरसा शिक्षकों का किया गया संवेदीकरण
  • कोविड व्यवहार, कोविड टीकाकरण, नियमित टीकाकरण और संचारी रोगों के बारे में दी गयी जानकारी

गोरखपुर - जिले को सेहतमंद बनाये रखने में जनजागरूकता के जरिये धर्मगुरू मददगार बनेंगे । इस संबंध में दो दर्जन से अधिक धर्मगुरूओं व मदरसा शिक्षकों को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एएन प्रसाद की अध्यक्षता में सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में शनिवार को संवेदीकृत किया गया । कोविड व्यवहार, कोविड टीकाकरण, नियमित टीकाकरण और संचारी रोगों के बारे में उन्हें जानकारी दी गयी । कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ और एलाइंस फॉर इम्यूनाइजेशन एंड हेल्थ ड्रिस्ट्रिक्ट (एआईएच) के सहयोग से किया गया ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि बारह से चौदह आयु वर्ग के बच्चों के कोविड टीकाकरण के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जाए । उन्हें बताया जाए कि कोविड का टीका बच्चों के लिए सुरक्षित एवं असरदार है । प्रिकाशनरी डोज लगवाने के लिए भी समुदाय को प्रेरित किया जाए क्योंकि दूसरी डोज के नौ माह बाद अठारह वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रिकाशनरी डोज अनिवार्य है ताकि कोविड से पूर्ण प्रतिरक्षण मिल सके । इसी प्रकार शून्य से पांच साल तक के बच्चों का निःशुल्क एवं नियमित टीकाकरण अनिवार्य है । यह निःशुल्क टीकाकरण सात बार करवाना होता है जो बारह प्रकार की जानलेवा बीमारियों से रक्षा करता है । उन्होंने हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों से भी टीका लगवाने की अपील की ।

यूनिसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम ने कोविड व्यवहार के बारे में जानकारी दी और कहा कि मास्क व हाथों की स्वच्छता के नियमों का ध्यान रखना होगा । एआईएच की डीसी प्रियंका सिंह ने बताया कि कोविड और नियमित टीकाकरण के प्रति जनजागरूकता के लिए महानगर और पाली ब्लॉक में मुस्कान एक्सप्रेस चलाई जा रही है । जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल ने कहा कि कोविड के प्रति फिर से सतर्क होना होगा और टीकाकरण व कोविड व्यवहार ही बचाव का साधन है । कार्यक्रम को यूएनडीपी के कोल्ड चेन मैनेजर पवन सिंह, चाई संस्था के प्रतिनिधि दिलीप गोविंद राव, उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल ने भी संबोधित किया ।

मच्छरों से बचाव की जानकारी दी : जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने उपस्थित धर्मगुरूओं से जेई-एईएस, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और फाइलेरिया के बारे में चर्चा की और मच्छरों के प्रति समुदाय को जागरूक करने को कहा । लोगों को यह बताने के लिए कहा कि कूलर, गमलों, पशु-पक्षियों के भोजन पात्र आदि की साप्ताहिक सफाई कर दें ताकि मच्छरों से बचाव किया जा सके । इस मौके पर एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ एसके द्विवेद्वी, यूनिसेफ की डीएमसी नालम यादव, महिला अस्पताल से अमरनाथ जायसवाल, धर्मगुरू प्रवीण शास्त्री, धनेश मणि, आदिल अमीन, मुफ्ती अजहर शमसी, बलबीर सिंह, जसपाल सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश चौबे, विजय, फैजान और आदिल प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।