डाक्टर से सुनिए बीमारियों का हाल, पूछें अपने सवाल



  • 22 अप्रैल को शाम तीन से छह बजे तक होगा प्रसारण
  • व्हाट्सएप पर पूछें सवाल और पाएँ जवाब

लखनऊ - चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर उच्चस्तरीय विशेषज्ञ पैनल द्वारा “डाक्टर से सुनिए” कार्यक्रम 22 अप्रैल को दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक प्रसारित किया जायेगा | इसके तहत नेशनल इंफोरमेटिक सेन्टर (एनआईसी) के माध्यम से सभी जनपदों एवं आम जनता के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा | इस संबंध में  चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं |
पत्र के अनुसार – “डाक्टर से सुनिए” कार्यक्रम 22 अप्रैल को दोपहर तीन बजे से शाम छह  बजे तक यूआरएल http://webcast.gov.in/up/health पर प्रसारित होगा | जनपद के एनआईसी केंद्र से कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन के  वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जनसामान्य के लोग प्रतिभाग करेंगे |  इनमें गर्भवती, बुजुर्ग, आयुष्मान कार्ड धारक  तथा स्वास्थ्य के मुद्दे से जुड़े स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे |

सभी आशा, एएनएम और  सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी(सीएचओ) को उनके पास उपलब्ध  टैबलेट, स्मार्ट फोन तथा  लैपटॉप /डेस्कटॉप के माध्यम से वेबलिंक से जुड़ना है | प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी जनसमुदाय के पांच से 10 लाभार्थियों व अभिभावकों को प्रसारण से जोड़ेंगे | निजी चिकित्सालयों को भी इस कार्यक्रम के प्रसारणके लिए  आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये हैं |

इसके साथ ही कार्यक्रम में प्रतिभागियों को कार्यक्रम  संबंधी जिज्ञासाओं के लिए अंग्रेजी व  हिन्दी में  व्हाट्सएप नंबर – 9412487707, 9415004437 व 8299572102 पर प्रश्न  पूछ सकते हैं |

इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ़, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) पाथ, उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोगइकाई के अधिकारी प्रतिभाग करेंगे | इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के बुनियादी ढांचे, आयुष्मान भारत योजना, विभिन्न संचारी रोग जैसे- डेंगू, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, स्क्रब टाइफस सहित हाइपरटेंशन, मधुमेह के साथ-साथ प्रसवपूर्व जाँचों, नवजात शिशु की प्रथम 28 दिनों में देखभाल, टीकाकरण के बारे में दो घंटे चर्चा की जाएगी | इसके बाद एक घंटे का समय श्रोताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने के लिए रहेगा |