‘अंतरा’ और ‘छाया’ परिवार नियोजन में बेहतर, कार्यशाला सम्पन्न



बाराबंकी - परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा व छाया पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सीएमओ कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई। इसमें स्टॉफ नर्स, एएनएम एवं सीएचओ को गर्भनिरोधक साधन के फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने जिले के 14 सीएचसी से 20 स्टॉफ को ‘अंतरा और छाया गर्भ निरोधक साधनो के बारे में प्रशिक्षित किया।

प्रशिक्षक के रूप में डाक्टर निखिल यादव ने बताया कि छाया गर्भनिरोधक गोलियां का सेवन तीन माह तक सप्ताह में दो बार तथा उसके बाद केवल सप्ताह में एक बार ही खाना होगा। वे दंपत्ति जिनका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अभी बच्चे नहीं चाहते हैं या दो बच्चों मे अंतर रखना चाहते हैं। अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए व प्रसव पश्चात, बच्चे को दूध पिलाने वाली माताएं 6 सप्ताह बाद अंतरा या छाया का उपयोग कर सकती हैं। उन्होंने बताया इन आधुनिक साधनों मे अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली परिवार नियोजन करने में काफी सहायक साबित हो रही है। यह एक आधुनिक एवं अस्थाई तिमाही गर्भ निरोधक साधन है।

प्रशिक्षण में परिवार नियोजन विशेषज्ञ जुबेर अंसारी ने बताया किदूध पिलाती मां प्रसव के 6 सप्ताह बाद अंतरा अपना सकती हैं। इससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोली नहीं खा सकतीं वे इसका इस्तेमाल कर सकतीं हैं। इससे संबंध बनाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और कुछ मामलों में ये माहवारी के दौरान होने वाली ऐठन को भी कम करता है। न्यू कांट्रासेप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियां भी महिलाओं द्वारा अपनाया जाने वाले एक अस्थाई विकल्प है।

प्रशिक्षण में जिला लॉजिस्टिक मैनेजर ने बताया कि ऐसी महिलाएं जिन्होंने पहली बार तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवाया है उन्हें निःशुल्क टोल फ्री नंबर 1800 103 3044 पर फोन करके अपना नाम पंजीकृत करवाना होता है जिससे समय समय पर अंतरा इंजेक्शन संबंधी परामर्श की सुविधा उन्हें मिलती रहे। महिलाओं का नाम पंजीकृत करवाने में क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता भी सहयोग करेंगी। इसके लिए आशा व लाभार्थी दोनों को 100-100 रूपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।

एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा संजय बाबू ने बताया कि  जिले में  महिलाओं को लम्बे समय तक गर्भधारण से बचाव के लिए गर्भनिरोधक साधन जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर समय समय पर अंतरा व छाया की सेवा उपलब्ध कर रहा है।

इस दौरान सीएचओ में साक्षी प्रभाकर घुघंटेर, अंजू चौरसिया हैदरगढ़, साक्षी चौधरी बड़ागांव, दिग्विजय सिंह बड़ागांव, स्तुति सूरतगंज, सीमा कुशवाहा त्रिवेदीगंज, पूनम मिश्रा सिद्धौर, आरती सिंह जाटा बरौली, जोया शमीम सिरौली गौसपुर, राधिका तिवारी फतेहपुर, एवं स्टाफ नर्स में तारा पासवान घुघंटेर, सरला देवी सिरौली गौसपुर, रीता मुखर्जी रामसनेहीघाट, ममता रंजन हैदरगढ़, नीतू मिश्रा त्रिवेदीगंज व एएनएम आरती मौर्या देवां, सुमन सिंह देवां, बिंदू रामनगर , लता गौर सिरौली गौसपुर, दीपाली सहित कुल 20 स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया।