उत्तर प्रदेश : छह सबसे प्रभावित जिलों पर विभाग का फोकस



• इस बार की जाएगी पहले से तैयारी
• संयुक्त निदेशक मलेरिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में किया खुलासा


लखनऊ - संयुक्त निदेशक मलेरिया डॉ. अवधेश कुमार यादव ने बताया कि बीते साल प्रदेश के छह जनपद सबसे ज्यादा मलेरिया प्रभावित रहे हैं। ये जनपद हैं- हरदोई, बरेली, बदायूं, सीतापुर, मिर्जापुर और सोनभद्र। इस साल इन जनपदों से मलेरिया के प्रकोप को कम करने के लिए पहले से तैयारी की जाएगी।

डॉ. यादव मंगलवार को वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत फैमिली हेल्थ इण्डिया द्वारा संचालित एम्बेड परियोजना के बिहैवियर चेंज कम्युनिकेशन फैसिलिटेटर एवं प्रोग्राम एसोसिएट के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने प्रदेश में मलेरिया की स्थिति के बारे में आंकड़े प्रस्तुत किए।  

संयुक्त निदेशक वेक्टर जनित रोग डॉ. विकास सिंघल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में डेंगू के लिए 54 जनपद स्तर पर एवं दो राज्य पर परीक्षण केंद्र हैं। उन्होंने डेंगू के मच्छरों के पनपने वाली जगहों, डेंगू के गंभीर लक्षणों जैसे उल्टियां बंद ना होना, पेट में दर्द, नाक एवं मसूड़ों से खून आना आदि लक्षणों को वार्निंग साइन बताया एवं ऐसे मरीज को तत्काल हास्पिटल में भर्ती कर उपचार कराने की हिदायत दी।  

राज्य कीट वैज्ञानी डा. सुदेश कुमार ने बताया कि मच्छर को पानी में खत्म करने का सबसे आसान तरीका है। उन्होंने हर 7 दिन में घर एवं आस-पास जमा हुए निष्प्रयोज्य पानी को खाली करने और भीतर की दीवारों को अच्छें से साफ करने को कहा।  

प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ के.पी. त्रिपाठी,  मण्डलीय सविलांस अधिकारी डॉ शैलेश परिहार, डा0 मानवेन्द्र त्रिपाठी ने भी विभिन्न पहलुओं पर बात की। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए हेल्थ इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर सोम शर्मा ने एम्बेड प्रोजेक्ट के बारे में बताया।