कटे होंठ व तालू वाले बच्चों के मुफ्त आपरेशन व इलाज के लिए पंजीकरण 12 फरवरी से



  • समय से इलाज कराने से पूरी तरह दूर हो जाती है समस्या : सीएमओ  

रायबरेली - राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) एवं  स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से जन्म से कटे होंठ व  तालू वाले बच्चों के  निःशुल्क आपरेशन व उपचार के लिए  पंजीकरण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में 12  से 28 फरवरी  तक प्रातः 10 बजे से किया जाएगा |  यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने दी | उन्होंने बताया – पंजीकृत बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन एवं सम्पूर्ण इलाज लखनऊ स्थित हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्लास्टिक माइक्रोवस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग में किया जाएगा |  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया - कई बच्चों के होंठ व  तालू जन्म से कटे होते हैं |  कटे होंठ व  कटे तालू  की जन्मजात समस्या  लगभग 3000 जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है | यह होंठ के दोनों तरफ या एक ही तरफ संभव है | सामान्यतः होठ के साथ तालू भी कटा होता है किन्तु कभी-कभी केवल तालू के कटे होने की भी सम्भावना होती है | इसके कारणों में किसी भी चीज की स्पष्ट भूमिका प्रमाणित नहीं है  |  समय से पहचान और इलाज से इस दिक्कत से पूरी तरह निजात मिल सकती है |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- बच्चों के चेहरे पर मुस्कान देकर  आत्मविश्वास जगाने  में स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डा. वैभव खन्ना और हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की अहम् भूमिका है |

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी (आर बी एस के ) डा. दिलीप सिंह ने बताया- यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लायी जा सकती है | स्माइल ट्रेन संस्था द्वारा हर आयु वर्ग के लोगों का इलाज पूर्णतया नि:शुल्क किया जाता है | उन्होंने बताया- अभी तक इस प्रोजेक्ट के तहत डा. वैभव खन्ना के द्वारा 12,000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क  ऑपरेशन किया जा चुका है |

डा. वैभव खन्ना ने बताया- यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बहुतायत से पाया जाता है | माता-पिता शुरुआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं | समय से उचित चिकित्सीय इलाज न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है | अगर पैदायशी कटे होंठ वाला बच्चा जन्म के पाँच  माह  और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के नौ  माह के बाद किया जाये तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है |  सर्जरी तो बाद में भी हो सकती है लेकिन परिणाम बहुत अच्छा नहीं होता है |  हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में संचालित स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है |  

आरबीएसके के जिला अर्ली इंटरवेंशन सेंटर के डी ई आई सी मैनेजर  नितेश जायसवाल ने बताया – जन्मजात  कटे होंठ एवं तालू की विकृति सर्जरी व् अन्य उपचार से पूरी तरह ठीक हो सकती है | इसके सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफैशियल व् ओर्थोग्नेटिक सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं का भी इस्तेमाल होता है | यह बात महत्पूर्ण है कि बच्चों का समय से इलाज कराने पर जन्मजात विकृति पूर्णतया ठीक हो सकती है |

डीईआईसी मैनेजर ने बताया- अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर - 8795838400  व स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नंबर - 9454159999 व  9565437056 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है |