उम्मीद परियोजना से परिवार नियोजन कार्यक्रम को मिलेगा बल



  • बढ़ती जनसंख्या के स्थिरीकरण के लिए कार्य करेगी उम्मीद परियोजना
  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने किया उम्मीद परियोजना का शुभारम्भ
  • स्वास्थ्य विभाग और उम्मीद परियोजना मिलकर करेगा परिवार नियोजन पर कार्य
  • स्वास्थ्य विभाग और उम्मीद परियोजना के साझा प्रयास से चलेगा परिवार नियोजन कार्यक्रम
  • परिवार नियोजन के उद्द्देश्यों को पूरा करेगी उम्मीद परियोजना
  • साझा प्रयास से चलेगा परिवार नियोजन कार्यक्रम
  • उम्मीद परियोजना से बढ़ा है परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए उम्मीद

उन्नाव । वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल आबादी का 16 प्रतिशत आबादी उत्तर प्रदेश में रहती है और यह वर्ष 2030 तक बढकर 19 प्रतिशत तक हो जाएगी, यानि भारत में रहने वाला लगभग हर पांचवां व्यक्ति उत्तर प्रदेश का होगा।
बढ़ती जनसंख्या के स्थिरीकरण तथा प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए 11 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नई जनसंख्या नीति (2021-30) जारी की गयी थी। इस जनसंख्या नीति का मसौदा बनाने में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया ने अहम भूमिका निभाई है। इसके तहत बच्चों, योग्य दंपति, गर्भवती, युवा एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए प्रदेश सरकार को नवाचार के माध्यम से कार्य करने की आवश्यकता है। परिवार नियोजन की सेवाओं की पहुँच तथा गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए मोबियस फाउंडेशन की वित्तीय सहायता से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सक्रिय सहयोग से उत्तर प्रदेश के छह जिलों के 50 प्रतिशत चयनित ब्लॉकों में उम्मीद परियोजना प्रारम्भ की गयी है।
इसी क्रम में 11 मार्च, 2024, को उम्मीद परियोजना का उन्नाव जनपद में शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्य प्रकाश द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्य प्रकाश द्वारा किया गया, जिसमें आठ ब्लॉको क्रमशः बिछिया, हसनगंज, नवाबगंज, औरास, हिलौली, बीघापुर, असोहा एवं पुरवा से अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों एवं ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में  मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा परिवार नियोजन कार्यक्रम, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम और मातृ तथा शिशु स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक हैं। यह कार्यक्रम जनपद में परिवार नियोजन के साथ ही अन्य कार्यक्रम के उददेश्यों को भी पूरा करने में सहायक होगा।

राज्य निदेशक, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया शिल्पा नायर ने बताया कि उम्मीद परियोजना का उददेश्य जनपद में  जिला अस्पतालों (डीएच), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में परिवार नियोजन कॉर्नर की स्थापना करना, आरोग्य मंदिर और उप केंद्रों  को परिवार नियोजन किट प्रदान करना, उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं और परामर्श के लिए स्वास्थ्य प्रदाताओं, एएनएम और आशाओं को प्रशिक्षित करना, व्यवहार परिवर्तन (एसबीसीसी) टूल और जॉब एड्स का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए उनके कौशल में सुधार करना,और समुदायों के बीच परिवार नियोजन जागरूकता और स्वीकृति बढ़ाना है। इसके साथ ही कम उम्र में विवाह, किशोर गर्भावस्था, नए तरीकों और पुरुष सहभागिता सहित गर्भनिरोधक विकल्पों के बारे में जागरूकता अभियान आयोजित करना है।

कार्यक्रम में उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरिनंदन प्रसाद, ने कहा कि इस साझा कार्यक्रम से जनपद में परिवार नियोजन परामर्श और सेवाओं की पहुँच में वृद्धि होगी। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इंतिज़ार अहमद सिद्दीकी-जिला कार्यक्रम प्रबंधक एन.एच.एम,अधीक्षक, अभिषेक पाठक आदि की उपस्थिति रही।