अवर अभियन्ता माप पुस्तिका पर मापन सही से अंकन करना सुनिश्चित करें : डॉ. हीरा लाल



  • ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना के अवर अभियंताओं की बैठक

लखनऊ । ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना के अवर अभियंताओं की मासिक प्रगति समीक्षा बैठक वृहस्पतिवार को परियोजना के अध्यक्ष एवं प्रशासक डा. हीरा लाल की अध्यक्षता में हुई । बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अवर अभियन्ता माप पुस्तिका पर मापन सही से अंकन करना सुनिश्चित करें। अपने क्षेत्र के अधीन वाले नहरों का नियमित निरीक्षण किया जाए।

बैठक में राजीव यादव अपर आयुक्त, संजय त्रिपाठी अधीक्षण अभियंता, मूलचन्द सैनी उप निदेशक मुख्यालय, देवेन्द्र प्रताप शुक्ल प्रभारी उप निदेशक कार्मिक एवं महेश चन्द्र प्रभारी उप निदेशक कार्मिक-2 ने एजेण्डा के अनुसार विभाग में प्रक्षेत्र विकास कार्य की प्रगति के सम्पादन में आ रही कठिनाइयों की जिलावार समीक्षा की। उप निदेशक कार्यालय में कार्यरत अवर अभियन्तओं को निर्देश दिये कि अपने अधीनस्थ भूमि संरक्षण इकाइयों में कार्यरत अवर अभियन्ताओं से वर्चुअल मीटिंग कर प्रक्षेत्र विकास कार्य एवं एमआईएस फीडिंग से सम्बन्धित समीक्षा की जाए। इसके साथ ही विभाग के कार्यों से जलवायु परिवर्तन में किस तरह सुधार किया जा सकता है। इस पर गहनता से अध्ययन करने के निर्देश  दिये एवं किसानों से सम्पर्क साधकर विभागीय कार्यो से होने वाले लाभ से अवगत कराते हुए प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें।

संयुक्त निदेशक/अधीक्षण अभियन्ता संजय त्रिपाठी ने प्रक्षेत्र विकास कार्यो की समीक्षा की, जिसमें यह पाया गया कि कतिपय भूमि संरक्षण इकाइयों में माप पुस्तिका पर माप का अंकन सही तरीके से नही किया जा रहा है । बैठक में निर्देशित किया गया कि सभी अवर अभियन्ता माप पुस्तिका पर मापन सही से अंकन करना सुनिश्चित करें। अपने क्षेत्र के अधीन वाले नहरों का नियमित निरीक्षण किया जाए। सर्वेक्षण नियोजन का कार्य मानक के अनुरूप करें व अपने टीम के साथ भी करवाएं। एमआईएस पोर्टल पर फीडिंग नियमित हो व सिंचाई विभाग में सम्पर्क स्थापित कर उन्हीं कुलाबों पर गूल का निर्माण किया जाये जहां पर पानी उपलब्ध है। कुलाबों से सम्बन्धित कृषकों की सूची बनाई जाये जिससे किसानों को केन्द्र व राज्य सरकार के योजनाओं का लाभ मिल सके। जिन नहरों में पानी आ रहा है उसकी सूची बनाकर प्राथमिकता के आधार पर कुलाबों का निर्माण कराया जाये। सभी अवर अभियन्ताओं को निर्देश दिया गया कि नायब तहसीलदार, तहसीलदार, उप जिलाधिकारी, पुलिस विभाग के अधिकारी, लेखपाल एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें । किसानों से समन्वय स्थापित कर उनकी समस्याओं को दूर करायें । प्रत्येक कुलाबे पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया जाये जिसमें प्रधान, कृषक, जल प्रबंध समिति के सदस्य, उप जिलाधिकारी एवं लेखपाल को आमंत्रित किया जाये।