कैंसर इंस्टीट्यूट में कैशलेस योजना शुरू



  • संस्थान में आयुष्मान के तहत 1000 लोग ले चुके हैं स्वास्थ्य लाभ
  • कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट में हुआ आयोजन

लखनऊ - मरीज भगवान है। आप लोग उसकी सेवा भगवान समझ कर करें। संस्थान परिसर में उसको पारिवारिक माहौल दें। इससे उसको मानोबल बढ़ेगा। साथ ही उसका परिवार आपके ही गुणगान करेगा। कुछ ऐसे टिप्स दिए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने। मौका था कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट में आयुष्मान के 1000वें मरीज को सम्मानित करने व पंडित दीन दयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस योजना शुरू करने का।

संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने माना कि प्रदेश के 41 से अधिक जिलों के मरीज यहीं आते हैं। इसलिए यहां मरीजों का दबाव है। फिर भी मरीज और उनके परिजन को बेहतर सुविधा देना हम सबकी  जिम्मेदारी है। उन्होंने संस्थान परिसर में इलाज के अलावा स्वच्छ पेयजल, बैठने के लिए अच्छी बेंच और परिजन के रुकने के लिए बेहतर वातावरण देने के निर्देश भी दिए। डिप्टी सीएम ने इस मौके पर आयुष्मान योजना अंतर्गत स्वास्थ्य लाभ प्राप्त 1000वें मरीज प्रदीप मिश्र को सम्मानित भी किया। साथ ही संस्थान में शुरू हुई हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया।

साचिस की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि संस्थान आयुष्मान योजना के तहत मात्र पांच महीने में एक हजार मरीजों को लाभान्वित कर चुका है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने साचीस की ओर से भविष्य में भी पूरी मदद का आश्वासन दिया। साथ ही उम्मीद जताई कि इस परिसर में आयुष्मान योजना के तहत अन्य रोगों का भी इलाज हो सकेगा।  

एसजीपीजीआई के निदेशक बताया कि वर्तमान में संस्थान में तीन ऑपरेशन थियेटर और 250 बेड हैं। साथ ही सस्ती दवाएं भी उपलब्ध हैं। अगले महीने तक 339 बेड बढ़ने जा रहे हैं। इसके बाद इस इंस्टीट्यूट में 734 बेड की सुविधा मिल सकेगी।

इस मौके पर संस्थान के सीएमएस डॉ अनुपम वर्मा, सुपरिंटेंडेंट डॉ देवशीश शुक्ला, डॉ गौरव सिंह समेत संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।