टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवार हों जागरूक, बच्चों को लगवाएं टीका – सीएमओ



  • सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 का दूसरा चरण शुरू, 16 सितम्बर तक चलेगा
  • छूटे पाँच वर्ष तक के 25707 बच्चों व 5405  गर्भवती का होगा टीकाकरण
  • प्रतिकूल प्रभाव से निपटने को रैपिड रिस्पांस टीम तैयार

कानपुर नगर – जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती के सुरक्षित भविष्य के लिए टीकाकरण जरूरी है। टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों को जागरूक होना ज़रूरी है । उन्हें भी जानकारी हो कि सभी टीके पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। टीका लगने के बाद सामान्य बुखार हो सकता है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह टीके बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से तो बचाते ही हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करते हैं। यह बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आलोक रंजन ने सोमवार को रामदेवी स्थित मां कांशीराम जिला संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रॉमा सेंटर पर सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के दूसरे चरण के शुभारंभ समारोह के अवसर पर कहीं। इस दौरान उन्होंने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई। साथ ही कहा कि टीकाकरण से वंचित बच्चों व गर्भवती का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। सम्पूर्ण टीकाकरण (फूल इम्यूनाइज़ेशन) प्रत्येक बच्चे का अधिकार है। टीकाकरण पूर्ण रूप से सुरक्षित है और सभी आवश्यक टीके समस्त सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों और टीकाकरण सत्रों पर उपलब्ध हैं। अगर बच्चे को टीकाकरण के बाद बुखार आए तो घबराएं नहीं, एएनएम की सलाह के अनुसार बच्चे की देखभाल करें।         
 
इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके कन्नौजिया ने कहा कि नियमित टीकाकरण अभियान में किसी कारणवश छूटे पाँच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती को प्रतिरक्षित करने के लिए समस्त जनपद में अभियान का दूसरा चरण सोमवार (11 सितम्बर) से शुरू हुआ। यह चरण 16 सितम्बर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि अपने घर व आसपास के परिजनों को बच्चे के टीकाकरण कराने के लिए पीएचसी-सीएचसी जाने के लिए प्रेरित करें। कोई भी बच्चा टीकाकरण से छूटा हो तो उसे टीका अवश्य लगवाएं।  इसके अलावा गंभीर स्थिति या प्रतिकूल प्रभाव से निपटने को रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) तैयार की गई है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण में छूटे हुये पाँच वर्ष तक के कुल 7322 बच्चों व 1871 गर्भवती को टीकाकरण के लिए लक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के लिए जनपद में शहरी क्षेत्र व ग्रामीण में कुल 807 टीकाकरण सत्र तैयार किए गए हैं। साथ ही बताया कि आईएमआई 5.0 का तीसरा चरण नौ से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।

लाभार्थियों के बोल – हरजिंदरनगर निवासी मिशिका देवी ने चिकित्सालय पहुँचकर अपनी बच्ची को पोलियो की एफ़आईपीवी खुराक लगवाई। उन्होंने कहा कि आशा दीदी के माध्यम से हमें सभी टीकों की जानकारी समय पर मिल जाती है। इसलिए मेरी बच्ची को जन्म से लेकर छह माह तक के सभी टीके समय से लगे हैं।  वहीँ कृष्णा नगर निवासी कुमकुम रस्तोगी ने बताया कि आज उनके डेढ़ माह के बच्चे को पेंटा की पहली डोज़ लगी है। वह टीकाकरण कार्ड साथ में लायी थीं। एएनएम ने अगली डेट पहले से ही लिख दी है। अब वह उसी दिन टीका लगवाने आएंगी।        

इस मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के रीजनल टीम लीडर डॉ बीएस चंदेल , सिटी कोऑर्डिनेटर अरशद अली व एसएमओ डॉ छोटे लाल, यूनीसेफ के डीएमसी फ़ुजैल अहमद सिद्दीक़ी , यूएनडीपी के जिला समन्वयक धनंजय सिंह सहित अन्य चिकित्सक, एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।