असिस्‍टेंट प्रोफेसर बनने के लिए PhD की अनिवार्यता खत्‍म, UGC ने किया बड़ा बदलाव



नई दिल्ली (एजेंसी) - विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के नए आदेश के मुताबिक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के पद के लिए अभ्यर्थियों को अब पीएचडी की आवश्यता नहीं होगी। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अभ्यर्थी नेट, SET की परीक्षा पास करके असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकेंगे। आयोग की ओर से नई गाइडलाइन जारी कर दी हैं।

बात दें कि अगर किसी विवि में एसोसिएट प्रोफेसर की भर्ती निकाली जाती है तो अभ्यर्थियों के लिए नेट, जेआरएफ के साथ पीएचडी होना भी अनिवार्य होगा। आपको बता दें कि 2018 में विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर यानि कि असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती के लिए पीएचडी की डिग्री अनिवार्य कर दी गई थी।

साल में दो बार होती है परीक्षा : यूजीसी नेट और जेआरएफ की परीक्षा साल में दो बार होती है। पहली साइकिल जून और दूसरी साइकिल दिसंबर में होती है। परीक्षा केवल कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट मोड में होती है। यूजीसी द्वारा आवेदन मांगे जाने पर कैंडिडेट्स  ugcnet.nta.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।