आयुष्मान कार्ड होगा पास तो बढ़ जाएगी स्वस्थ जीवन की आस



  • आयुष्मान कार्ड धारक हो रहे लाभान्वित
  • योजना अंतर्गत 5 लाख तक की नि:शुल्क उपचार की सुविधा

बाराबंकी - आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का आयुष्मान कार्ड आपकी जेब में है तो किसी भी आकस्मिक बीमारी में बिना वक्त गंवाए चिकित्सक आपको नया जीवन दे सकते हैं। क्योंकि कुछ आकस्मिक बीमारियों में एक-एक पल की बड़ी अहमियत होती है । शासन व स्वास्थ्य विभाग के ओर से हरसम्भव कदम उठाया जा रहा है कि जल्द से जल्द पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बना दिया जाए। ताकि उनको किसी भी आड़े वक्त में इलाज के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत न पड़े और न ही कर्ज लेकर इलाज के लिए विवश होना पड़े। इस योजना के तहत अब तक 31 हजार कार्ड धारको ने करीब 47 करोड़ का नि:शुल्क इलाज प्राप्त किया। जिले के 7.38 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड जारी किये गये है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा अवधेश कुमार यादव का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सालाना पांच लाख रूपये तक की बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें कैंसर और दिल की बीमारी जैसी 1000 से अधिक गंभीर बीमारियों के लिए जनपद में 33 सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं। बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच ऑपरेशन इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है।

अगर कोई व्यक्ति कार्ड बनने से पहले से बीमार है तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा। इन बीमारियों में मैटरनल हेल्थ और ऑपरेशन द्वारा प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधाए नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन,  दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी, बायपास, घुटना बदलना, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं योजना के नोडल अधिकारी डा राजीव टण्डन ने बताया आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत अब तक जिला के  2 लाख 35 हजार 679 परिवारों के 7 लाख 38 हजार 959 आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके है। कार्ड धारक के रूप में 31 हजार  लाभार्थियों के रूप में अपनी बीमारी का नि:शुल्क 47 करोड़ का उपचार  कराया गया।

आयुष्मान कार्ड धारकों ने बताया अपना फायदा : जिले के ब्लॉक देवा के ग्राम मित्तई निवासी नवमी लाल उम्र 70 वर्ष ने बताया कि पिछले साल से शरीर में दर्द रहता था। अचानक तेज दर्द होने से तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। तभी गांव की आशा कार्यकर्ता  निर्मला देवी ने उनको आयुष्मान कार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने मौके पर आयुष्मान कार्ड बनवाकर जिले के एक प्राइवेट हॉस्पिटल भर्ती होकर नि:शुल्क हार्ट, लीवर, कीडनी का उपचार कराया। इसके तहत उनको स्वास्थ पहले से बेहतर है। उनका कहना है कि अब मै बिल्कूल स्वस्थ्य है।

ब्लॉक रामनगर निवासी अनीश 40 वर्ष के जीवकोपार्जन के लिए मजदूरी का कार्य कर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। उनकी पत्नी को तय समय से पहले व सीजेरियन प्रसव के लिए जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज लखनऊ के लिए रिफर किया गया । मौके पर उनके पास आयुष्मान कार्ड होने पर जिले के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराकर नि:शुल्क सफल प्रसव कराने का कार्य किया गया। रामा का कहना है कि आयुष्मान कार्ड योजना के सम्बन्ध मे क्षेत्र की आशा दीदी ने प्रेरित किया था। जिसका लाभ मुझे मेरे पत्नी के सफल प्रसव के नि:शुल्क उपचार में मिला। आयुष्मान कार्ड हम जैसे गरीब के लिए वरदान सबित हुआ।